जम्मू-कश्मीर: पहले दिन 88 प्रतिशत बच्चों ने पी दो बूंद जिंदगी की, शेष बच्चों को अगले दो दिनों में दी जाएगी वैक्सीन
जम्मू-कश्मीर में पहले दिन 88 प्रतिशत बच्चों को पोलियो वैक्सीन की दो बूंद जिंदगी की पिलाई गई। यह टीकाकरण अभियान बच्चों को पोलियो से बचाने के लिए चलाया ...और पढ़ें

जम्मू-कश्मीर स्वास्थ्य विभाग इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रयासरत है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू-कश्मीर को पोलियो उन्मुक्त बनाए रखने के लिए रविवार को राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस पर पूरे प्रदेश में अभियान चलाया गया। स्वास्थ्य स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा शिक्षा मंत्री सकीना इटू ने गांधीनगर अस्पताल में एक नवजात बच्चे को दो बूंद जिंदगी की पिलाकर अभियान की शुरूआत की।
पहले दिन कई जगहों पर खराब मौसम के बावजूद 88 प्रतिशत बच्चों को वैक्सीन दी गई।जम्मू संभाग में 92 प्रतिशत और कश्मीर संभाग में 84 प्रतिशत बच्चों को वैक्सीन दी गई। शेष बचे बच्चों को अब सोमवार और मंगलवार को घर-घर जाकर ओरल पोलियो वैक्सीन की बूंदें पिलाई जाएंगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने जम्मू-कश्मीर को पोलियो मुक्त बनाए रखने में नियमित टीकाकरण और सामुदायिक भागीदारी की अहम भूमिका पर ज़ोर दिया। उन्होंने अभिभावकों से स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करने और यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि अभियान के दौरान हर बच्चे को जीवन बचाने वाली पोलियो वैक्सीन मिले।
बच्चे को बिना टीका लगाए नहीं छोड़ा जाना चाहिए
मंत्री ने कहा कि इस अभियान के तहत बच्चे को पोलियो की बूंदें पिलाना माता-पिता दोनों की बहुत महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी है सिर्फ मां की नहीं। मंत्री ने बच्चों के स्वास्थ्य की रक्षा करने और लगातार निगरानी और मज़बूत टीकाकरण प्रयासों के ज़रिए भारत की पोलियो मुक्त स्थिति को बनाए रखने के लिए सरकार के पक्के इरादे को दोहराया।
उन्होंने कहा कि पांच साल से कम उम्र के किसी भी बच्चे को बिना टीका लगाए नहीं छोड़ा जाना चाहिए और सभी बच्चों को टीका लगे यह सुनिश्चित करने के लिए माता-पिता, फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कर्मचारियों, सामुदायिक नेताओं और सभी संबंधित लोगों से सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया।
जम्मू-कश्मीर में लगभग 11000 बूथ स्थापित किए
मंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग इस अभियान के तहत कुशलता से काम कर रहा है और जम्मू-कश्मीर को पोलियो मुक्त दर्जा दिलाया है। उन्होंने दूरदराज और संवेदनशील इलाकों सहित हर घर तक पहुंचने में अथक समर्पण के लिए फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कर्मचारियों, आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, स्वयंसेवकों और जिला स्वास्थ्य टीमों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि दूरदराज के इलाकों में जाकर बच्चों को ये दो बूंदें देना बहुत चुनौतीपूर्ण है लेकिन हमारे फ्रंटलाइन स्टाफ ने इसे कुशलता से पूरा किया।
मंत्री ने बताया कि विभाग ने पूरे जम्मू-कश्मीर में लगभग 11000 बूथ स्थापित किए हैं जिसमें लगभग 42000 स्वास्थ्य कर्मचारी शामिल हैं और अभियान के दौरान लगभग 20 लाख बच्चों को पोलियो की बूंदें पिलाई जाएंगी।उन्होंने कहा कि हर योग्य बच्चे को कवर करने के लिए सभी जिलों में खास इम्यूनाइजेशन बूथ, मोबाइल टीमें और घर-घर जाकर वैक्सीन की बूंदे देने की व्यवस्था की गई है।
पब्लिक हेल्थ रणनीति एक अहम हिस्सा
विधायक विक्रम रंधावा ने कहा कि पोलियो उन्मुक्त अभियान जम्मू और कश्मीर में आने वाली पीढ़ियों की रक्षा करने और बीमारी से बचाव के उपायों को मज़बूत करने के लिए सरकार की पब्लिक हेल्थ रणनीति का एक अहम हिस्सा है। उन्होंने सभी माता-पिता, जनता और ज़िम्मेदार नागरिकों से इस अभियान में योगदान देने की अपील की।विधायक ने जम्मू और कश्मीर में हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार लाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री सकीना इटू के लगातार प्रयासों की भी तारीफ की।
स्वास्थ्य सचिव डा. सैयद आबिद रशीद ने कहा कि पोलियो मुक्त भारत का दर्जा बनाए रखने के लिए यह दिन बहुत महत्वपूर्ण है जो हमारे देश ने साल 2014 में हासिल किया था। उन्होंने माता-पिता और जनता से इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने की अपील की।
सीईओ स्टेट हेल्थ एजेंसी अनंत द्विवेदी, मिशन डायरेक्टर सज्जाद हुसैन गनई, कमिश्नर फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन स्मिता सेठी, डायरेक्टर फैमिली वेलफेयर एंड इम्यूनाइजेशन डा. पूनम सेठी, डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज जम्मू डा. अब्दुल हामिद जरगर, डाक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, हेल्थकेयर प्रोफेशनल और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और बच्चे भी मौजूद थे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।