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    Jhiri Mela 2023: उमड़ने लगा झिड़ी में श्रद्धालुओं का सैलाब, सोमवार सुबह तालाब में डुबकी लगाकर लेंगे बाबा जित्तो का आशीर्वाद

    By surinder rainaEdited By: Monu Kumar Jha
    Updated: Sun, 26 Nov 2023 02:13 PM (IST)

    जम्मू शहर से करीब बीस किलोमीटर दूर कानाचक्क के झिड़ी गांव में बाबा जित्तो का दरबार है। जहां हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा पर कम से कम दिनों तक मेला लगता है। मेले के पहले दिन वहां पर विभिन्न बिरादरियों की मेल भी लगती हैं जिनमें लोग सपरिवार अपने कुल देवता का आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं। मेले में सबसे ज्यादा भीड़ बाबा जित्तो के दरबार में उमड़ती है।

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    Jhiri Mela 2023: सोमवार सुबह तालाब में डुबकी लगाकर लेंगे बाबा जित्तो आशीर्वाद। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, जम्मू। उत्तर भारत के सबसे बड़े झिली मेले में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने लगा है। सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा पर झिड़ी में विभिन्न बिरादरियों के पवित्र तालाब में ढुबकी लगाकर बाबा जित्तो व बुआ कौड़ी के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लेंगे और उसके बाद श्रद्धालुओं का वापस लौटने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।

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    जम्मू शहर से करीब बीस किलोमीटर दूर कानाचक्क के झिड़ी गांव में बाबा जित्तो का दरबार है। जहां हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा पर कम से कम दिनों तक मेला लगता है। मेले के पहले दिन वहां पर विभिन्न बिरादरियों की मेल भी लगती हैं, जिनमें लोग सपरिवार अपने कुल देवता का आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं।

    मेले में सबसे ज्यादा भीड़ बाबा जित्तो के दरबार में

    मेले में सबसे ज्यादा भीड़ बाबा जित्तो के दरबार में उमड़ती है क्योंकि बिरादरियों की मेल के साथ ही लोग बाबा जित्तो के दरबार में भी पहुंच कर शीश झुकाते हैं। सोमवार से शुरू होने जा रहे इस मेले में बाहरी राज्यों जिनमें पंजाब, हिमाचल, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के श्रद्धालु भी शामिल हैं।

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    रविवार को ही पहुंचना शुरू हो गए हैं।मेला स्थल पर श्रद्धालुओं को ठहराने के लिए सरायों, स्कूलों, काम्यूनिटी हाल आदि में बंदोबस्त किए हैं। इसके अलावा कई लोग अपने साथ टेंट लेकर भी पहुंचे हैं और मेले में अपने खाने पीने की व्यवस्था के लिए हलवाई तक लेकर पहुंचे हैं। प्रशासन ने भी मेले की तैयारी पूरी कर ली है।

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    इस बार मेला 26 नवंबर से लेकर पांच दिसंबर तक चलेगा। जिसमें मेला स्थल पर विभिन्न स्टाल भी लगाए हैं।झिड़ी मेले को किसान मेला भी कहा जाता है क्योंकि इस मेले में कृषि विभाग व अन्य कृषि केंद्रों की ओर से किसानों का कल्याणकारी योजनाओं व कृषि की नई तकनीक बारे भी जागरूक किया जाता है।

    डिप्टी कमिश्नर जम्मू सचिव कुमार वैश्य का कहना है कि प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पूरी तैयारी की है। उनके खाने पीने से लेकर ठहरने तक की व्यवस्था प्रशासन कर रहा है।

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