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    जम्मू में 300 के करीब कचरा डंपिंग प्वाइंट बने, 5 प्रतिशत कचरा अभी भी खुले में फेंका जा रहा

    By Anchal Singh Edited By: Rahul Sharma
    Updated: Tue, 16 Dec 2025 05:14 PM (IST)

    जम्मू में लगभग 300 कचरा डंपिंग पॉइंट बन गए हैं, जिसके कारण शहर में कचरे की समस्या बढ़ गई है। वर्तमान में, लगभग 5% कचरा अभी भी खुले में फेंका जा रहा है ...और पढ़ें

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    स्वच्छ शहर बनाने में जम्मू नगर निगम का सहयोग करें।

    जागरण संवाददाता, जम्मू। कचरा फेंक स्वच्छता को ग्रहण लगाने वालों के फोटो वॉल आफ शेम पर लगाने के साथ जुर्माने करने के बावजूद कई लोग सुधर नहीं रहे। आज भी बहुत से क्षेत्रों में लोग कचरे के डंपिंग प्वाइंट पर गंदगी फेंक रहे हैं। नगर निगम के आटो को कचरा नहीं दे रहे। इससे जहां कचरा फैल रहा है तो वहीं निगम को यूजर चार्ज भी नहीं मिल रहे।

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    हालत यह है कि अभी भी करीब 5 प्रतिशत कचरा खुले में यहां-वहां फेंका जा रहा है जो निगम के जी का जंजाल बना हुआ है। शहर में 300 के करीब कचरा डंपिंग प्वाइंट बने हुए हैं ताकि गलियों से निकलने वाले कचरे को यहां एकत्र कर यहां से फिर टिप्परों में भरकर कोट भलवाल डंपिंग साइट तक पहुंचा कर इसका निस्तारण करवाया जाए।

    निगम के आयुक्त डा. देवांश यादव ने ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती करने के लिए वॉल आफ शेम बनाने का फैसला लेते हुए इस पर काम शुरू करवाया। करीब दस स्थानों पर वॉल आफ शेम बनाकर ऐसे लोगों के फोटो इस पर प्रदर्शित किए गए हैं जो चोरी-छिपे कचरा फेंकते हैं।

    इन लोगों के फोटो इन स्थानों के आसपास लगे सीसीटीवी अथवा कुछ जागरुक लोगों द्वारा खींचे गए हैं। निगम इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाकर ऐसे लोगों को बेपर्दा कर रहा है ताकि शेष इससे सीख लें और स्वच्छ शहर बनाने में जम्मू नगर निगम का सहयोग करें।

    60 हजार जुर्माना वसूला

    वॉल आफ शेम शुरू करने के बाद से करीब एक माह में जम्मू नगर निगम ने खुले में कचरा फेंकने, पेशाब करने, थूकने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए करीब 60 हजार रुपये का जुर्माना वसूल किया गया है। इस कार्रवाई को सख्ती से लागू किया गया है।

    रोजाना ही निगम की टीमें मुहल्लों में ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं जिन्होंने मलबा सड़कों पर फेंका हुआ है या फिर गंदगी फैला रहे हैं। कचरा डंपिंग प्वाइंट के आसपास लगे सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं। इसके अलावा आसपास रहने वालों को भी कचरा फेंकने वालों के चोरी-छिपे फोटो खींचने के लिए बोला जा रहा है ताकि कार्रवाई की जा सके।

    क्या कहते हैं लोग

    ‘वॉल आफ शेम में कचरा फैलाने वालों के फोटो लगाना अच्छा कदम है। डंपिंग साइट खत्म किए जाने चाहिए। जब कचरा फेंकने की जगह नहीं मिलेगी तो लोग आटो वाले को ही इसे सौंपेंगे। इसके लिए जागरुकता और सख्ती दोनाें करने की जरूरत है।’ -अजय गुप्ता, पूर्व कारपोरेटर, वार्ड 52

    ‘हर घर से कचरा उठाने के लिए जरूरी है कि खुले में कचरा फेंकने वालों को जुर्माने हों। ज्यादा सख्ती दिखाई जाए। ऐसे में उनके फोटो खींच कर वॉल आफ शेम में लगाना ठीक रहा। त्रिकुटा नगर से कुछ साइट साफ हो गई हैं। शेष को भी बंद करवाया जाए।’ -ज्योति देवी, पूर्व कारपोरेटर, वार्ड 53

    क्या कहते हैं अधिकारी

    ‘वॉल आफ शेम कन्सेप्ट का काफी इम्पैक्ट देखने को मिल रहा है। लोग कचरा फेंकने से डर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती जारी है जो यहां-वहां, कहीं भी कचरा फेंक रहे हैं। पिछले एक महीने में करीब 60 हजार रुपये का जुर्माना वसूला है। रोजाना टीमें जांच कर रही हैं। कचरा डंपिंग प्वाइंट खत्म किए जा रहे हैं। डंपिंग प्वाइंट व कचरा फेंकने वाले स्थानाें के आसपास की सीसीटीवी फुटैज देख रहे हैं। कोशिश है कि घरों से सीधा कचरा गारबेज ट्रांसफर स्टेशन तक पहुंच जाए। कुछ स्थानों पर मजबूरी रहती है। धीरे-धीरे इस पर काम किया जा रहा है।’ -डा. विनोद शर्मा, हेल्थ आफिसर, जम्मू नगर निगम