जम्मू ट्रैफिक पुलिस का सख्त अभियान, स्पीड रडार गन से जम्मू–श्रीनगर हाइवे पर तेज रफ्तार वाहनों की निगरानी
जम्मू ट्रैफिक पुलिस ने जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर तेज रफ्तार वाहनों पर नकेल कसने के लिए स्पीड रडार गन का इस्तेमाल करते हुए एक सख्त अभियान चलाया है। इस अभि ...और पढ़ें

जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर तेज गति से चलने वाले वाहनों की निगरानी की जा रही है ताकि दुर्घटनाओं को कम किया जा सके।
दिनेश महाजन, जम्मू। जम्मू–श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बढ़ते सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस जम्मू ने तेज रफ्तार वाहन चालकों के खिलाफ सख्त अभियान छेड़ दिया है।
खासतौर पर नगरोटा, झज्जरकोटली, सिदड़ा, नरवाल क्षेत्र में ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को अत्याधुनिक स्पीड रडार गन से लैस किया गया है। तय गति सीमा से अधिक रफ्तार से वाहन चलाने वालों की पहचान कर मौके पर ही ई-चालान जारी किए जा रहे हैं।
इन दिनों जम्मू संभाग में कोहरे और कम रोशनी के कारण दृश्यता काफी कम हो गई है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यह स्थिति और भी संवेदनशील हो जाती है, क्योंकि यहां भारी वाहनों के साथ-साथ यात्री वाहनों की आवाजाही अधिक रहती है। ऐसे में तेज रफ्तार वाहन न केवल चालक के लिए बल्कि अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए भी जानलेवा साबित हो सकते हैं।
ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों के अनुसार, नगरोटा और झज्जरकोटली जैसे दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को विशेष रूप से चिह्नित किया गया है, क्यों कि जहां निर्माण कार्य भी चल रहे है। इन इलाकों में तैनात ट्रैफिक पुलिस कर्मी लगातार वाहनों की गति पर नजर रख रहे हैं।
जैसे ही किसी वाहन की रफ्तार निर्धारित सीमा से अधिक पाई जाती है, स्पीड रडार गन के माध्यम से उसे रिकार्ड कर तुरंत ई-चालान जारी कर दिया जाता है। इससे न केवल नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई हो रही है, बल्कि अन्य चालकों में भी डर और जागरूकता पैदा हो रही है।
कोहरे और कम रोशनी में दृश्यता कम, सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ा
एसएसपी ट्रैफिक जम्मू अमित भसीन ने बताया कि कोहरे और कम रोशनी के चलते सड़क हादसों में इजाफा होता है। ऐसे में तेज रफ्तार सबसे बड़ा कारण बनती है। उन्होंने कहा, ट्रैफिक पुलिस का उद्देश्य चालकों को दंडित करना नहीं, बल्कि सड़क पर हर व्यक्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। जम्मू–श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर विशेष निगरानी रखी जा रही है और नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
उन्होंने वाहन चालकों से अपील की कि वे तय गति सीमा का पालन करें और सुरक्षित ड्राइविंग को प्राथमिकता दें। ट्रैफिक पुलिस का यह अभियान आने वाले दिनों में अन्य संवेदनशील क्षेत्रों तक भी विस्तारित किया जाएगा। पुलिस का मानना है कि तकनीक के उपयोग से नियमों के पालन को और प्रभावी बनाया जा सकता है। ई-चालान व्यवस्था से पारदर्शिता भी बनी है और चालकों को नियमों के प्रति जिम्मेदार बनाया जा रहा है।
कोहरे में हादसों से बचाव के उपाय
- वाहन की गति कम रखें और तय सीमा का पालन करें।
- फाग लाइट और लो बीम हेडलाइट का सही उपयोग करें।
- आगे चल रहे वाहन से सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
- अचानक ब्रेक लगाने से बचें।
- वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग न करें।
- यात्रा से पहले वाहन की लाइट, ब्रेक और टायर की जांच जरूर करें।

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