Jammu and Kashmir Weather: जम्मू संभाग में मूसलधार बारिश से फिर तबाही, कई मकान ढहे; संपर्क मार्ग बंद
जम्मू-कश्मीर में भारी वर्षा के कारण कई जिलों में बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति बनी हुई है। ऊधमपुर में जम्मू-श्रीनगर हाईवे का 200 मीटर हिस्सा बह गया है जिससे यातायात बाधित है। कई स्थानों पर कच्चे मकान ढह गए हैं और राजौरी व बसोहली में दो लोगों की मौत हो गई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में और अधिक बारिश की चेतावनी दी है।

जागरण संवाददाता, जम्मू/ऊधमपुर। जम्मू-कश्मीर में मौसम के रेड अलर्ट के बीच मंगलवार को हुई मूसलधार वर्षा फिर आफत बनकर आई। ऊधमपुर जिला के थरड़ में जम्मू-श्रीनगर हाईवे का करीब 200 मीटर हिस्सा बह गया है। इसके अलावा भी कई जगह भूस्खलन व पहाड़ से पत्थर गिरने से हाईवे को सुचारु बनाने की कोशिशों में बड़ा धक्का लगा है।
हाईवे बंद होने से वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। मौसम व हाईवे की स्थिति को देखते हुए इसके दो से तीन दिन तक खुलने के आसार नहीं है। हालांकि जम्मू संभाग को पुंछ जिला के रास्ते कश्मीर से जोड़ने वाले मुगल रोड़ पर यातायात बहाल है। इसके अलावा दिनभर मूसलधार वर्षा जारी रहने से सभी नदी-नाले उफान पर हैं। तवी नदी पर पहले से क्षतिग्रस्त हुए चौथे पुल को एहतियातन बंद कर दिया गया है और निचले क्षेत्र खाली करवा लिए गए हैं।
अखनूर में चिनाब का जलस्तर रात 12 बजे खतरे के निशान 35 फुट को पार कर 36.5 फुट पहुंच गया। जम्मू संभाग के कई जिलों में कच्चे मकान ढह गए और संपर्क मार्ग भी बंद हो गए हैं। राजौरी और बसोहली में कच्चे मकान गिरने से सात वर्षीय बच्चे सहित दो लोगों की मौत हो गई। वहीं, अनंतनाग में आसमानी बिजली गिरने से एक किशोर की जान चली गई। इस बीच, मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे काफी जोखिम भरे रहने वाले हैं।
विभाग ने कठुआ, जम्मू, ऊधमपुर और रियासी जिलों में भारी और डोडा, सांबा, राजौरी, पुंछ, रामबन, किश्तवाड़, अनंतनाग और कुलगाम में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई है। इस दौरान बादल फटने, भूस्खलन, मिट्टी खिसकने और बाढ़ जैसी घटनाओं की आशंका है। विभाग ने लोगों से नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी है। मौसम को देखते हुए बुधवार को भी जम्मू संभाग में सभी निजी व सरकारी स्कूलों के साथ जम्मू जिला में कोचिंग सेंटर व डिग्री कालेज भी बंद रखने का आदेश दिया गया है।
जम्मू विवि में कक्षाएं भी नहीं लगेंगी और तीन सितंबर को होने वाली 10वीं व 11वीं की परीक्षा भी स्थगित कर दी गई हैं। उधर, ऊधमपुर में थरड इलाके में अचानक पहाड़ धंसने से करीब 200 मीटर जम्मू-श्रीनगर हाईवे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। थरड और बलीनाला के पास भूस्खलन से करीब 30 कच्चे मकान भी मलबे में दब गए। प्रशासन ने पहले ही वहां से लोगों को सुरक्षित निकाल लिया।
ऊधमपुर के ट्रैफिक डीएसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि हाईवे को खोलने में कम से कम दो दिन का समय लग सकता है, वह भी तब जब मौसम ने साथ दिया। इससे आगे रामबन में भी बारिश के चलते हाईवे दिनभर बाधित होता रहा। किश्तवाड़ी, पत्थर, गांगरू, मारोग, बैटरी चश्मा और पीड़ा समेत कई इलाकों में पहाड़ से पत्थर गिरते रहे। शालगड़ी टनल के पास भी हाईवे को नुकसान पहुंचा है। एक ट्यूब की दीवार टूटकर दूसरी ओर गिर गई।
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