Jammu : सेना-वायुसेना ने हवाई खतरों से निपटने पर किया मंथन, चीन-पाकिस्तान से सटी सीमा पर सुरक्षा होगी मजबूत
सेना की उत्तरी कमान मुख्यालय उधमपुर में हुई दो दिवसीय संगोष्ठी में सेना की एयर डिफेंस व वायुसेना ने क्षेत्र में हवाई खतरों से निपटने के संयुक्त कार्रवाई की रणनीति पर मंथन किया। इस संगोष्ठी में रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा ले कर हवाई सुरक्षा सुनिश्चित करने के नए तरीकों व तकनीकों पर विचार विमर्श किया।
राज्य ब्यूरो, जम्मू: जम्मू कश्मीर और लद्दाख में पाकिस्तान, चीन, पाकिस्तान से सटी देश की सीमाओं की रक्षा कर रही सेना, भारतीय वायुसेना क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों का मिलकर सामना करने की तैयारी कर रही हैं। सेना की उत्तरी कमान मुख्यालय उधमपुर में हुई दो दिवसीय संगोष्ठी में सेना की एयर डिफेंस व वायुसेना ने क्षेत्र में हवाई खतरों से निपटने के संयुक्त कार्रवाई की रणनीति पर मंथन किया।
इस संगोष्ठी में रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा ले कर हवाई सुरक्षा सुनिश्चित करने के नए तरीकों व तकनीकों पर विचार विमर्श किया। इस दौरान सुरक्षा चुनौतियों व उनका सामना करने के लिए की जा रही कार्रवाई पर भी चर्चा हुई।
कई वरिष्ठ अधिकारियों ने लिया हिस्सा
कमान मुख्यालय उधमपुर में हुई संगोष्ठी में सेना की उत्तरी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी के साथ भारतीय वायुसेना के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।
इस बीच उधमपुर में इस दो दिवसीय इस संगोष्ठी के दौरान दोनों केंद्र शासित प्रदेशों में देश की हवाई सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सेना की एयर डिफेंस इस्तेमाल किए जाने वाले कई नए उपकरणों के साथ यूएवी आदि भी प्रदर्शित किए गए थे।
सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर बातचीत हुई
इसके साथ आने वाले समय में सशस्त्र सेनाओं में शामिल होने जा रही कुछ नई तकनीके भी प्रदर्शित की गई थी। आर्मी कमांडर ने इन उपकरणों के बारे में जानकारी ली। इसके साथ उन्होंने संगोष्ठी में हिस्सा लेने वाले सशस्त्र सेनाओं के प्रतिभागियों के साथ सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर बातचीत भी की।
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भावी सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए इस समय उत्तरी कमान आपरेशनल तैयारियों को निरंतर तेजी दे रही है। ऐसे में गत दिनों लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने पूर्वी लद्दाख में चुनौतियों का सामना करने के लिए सशस्त्र सेनाओं के एकिकृत प्रशिक्षण का निरीक्षण किया था। इस दौरान सेना व वायुसेना की क्षेत्र में चल रही संयुक्त आपरेशनल तैयारियों के बारे में जानकारी ली थी।
भारतीय सेना हो रही लगातार मजबूत
भारतीय सेना की एयर डिफेंस कोर, रणनीतिक रूप से अहम जगहों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभा रही है। यह कोर हवाई सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए हरदम तैयार रहती है। यह कोर इस समय वायुसेना के साथ मिलकर दुश्मन द्वारा पैदा कर जाने वाली हवाई सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए लगातार मजबूत हो रही है।
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