जम्मू: बारिश के कारण चरमराया बिजली का ढांचा, रिहायशी इलाकों में बढ़ा करंट फैलने का खतरा
रामगढ़ में लगातार बारिश से बसंतर नदी उफान पर है जिससे बिजली के ढांचे को नुकसान पहुंच रहा है। अग्रिंम गांव पंचायत कमोर में उच्च क्षमता वाली बिजली लाइनों के खंभे झुक गए हैं जिससे रिहायशी इलाकों में करंट फैलने का खतरा बढ़ गया है। पूर्व सरपंच कुलदीप कुमार ने प्राधिकरण से सुरक्षा की अपील की है।

संवाद सहयोगी, रामगढ़। हर तरफ हो रही लगातार मूसलाधार बारिशों से जहां बसंतर, नदी, नाले उफान लेकर हर तरफ तबाही मचा रहे हैं, वहीं इसका बिजली ढांचे पर भी बुरा असर पड़ता नजर आने लगा है।
पहले ही बसंतर नदी के उफान और बाढ़ से मच रही तबाही से सीमांत किसान व आम लोग दहशत में हैं। वहीं बिजली ढांचे पर पड़ते बारिशों के बुरे असर से ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी सहम रहे हैं।
लोगों को डर है कि अगर कहीं बारिशों के इन दिनों में बिजली के चरमराए ढांचे को नुकसान पहुंचा और सैलाब में डूबे गावों में बिजली करंट आया, तो जानी व माली नुकसान का खतरा बन जाएगा।
बिजली के हर तरफ चरमराते ढांचे की एक मुहंबोलती तस्वीर अग्रिंम गांव पंचायत कमोर में सामने आई है। स्थानीय गांव पंचायत के कई जगहों से गुजरती बिजली की उच्च क्षमता लाइनों के खंबे अधिक सैलाब होने से झुकने लगे हैं।
जिन जगहों से बिजली की उच्च क्षमता लाइनों के खंबे गिरने के लिए जमींन की तरफ झुक रहे हैं, वहां अधिकांश रिहायशी घर आबादी है।
ऐसे में उच्च क्षमता बिजली लाइन का करंट किसी कीमती जिंदगी के लिए संकट का फरमान बन सकता है। स्थानीय पंचायत के पूर्व सरपंच कुलदीप कुमार के अनुसार लगातार हो रही बारिशों से जमींन की नमीं कीचड़ में बदल गई है।
इससे जहां-जहां पर उच्च क्षमता व एलटी बिजली लाइनें गुजरी हैं, उनके खंबों की नीव कमजोर पड़ रही है। ऐसे में उन बिजली लाइनों के गिरकर जमींन व पानी में पड़ने से करंट खतरनाक रूप धारण कर सकता है।
इससे पहले कि इस मंड़राते खतरे से कोई बड़ा हादसा हो, सबंधित प्राधिकरण को झुकती बिजली लाइनों को अस्थायी तौर पर किसी तरह सुरक्षित रखने की कार्रवाई करनी होगी।
उन्होंने कहा कि इसके लिए सबंधित प्राधिकरण अधिकारियों से लिखित अर्जियां देकर जनसुरक्षा की अपील की जाएगी।
इस सबंध में विभागीय प्राधिकरण शाखा कार्यालय अधिकारी अशोक दुबे से बात की गई तो उन्होंने मौसम के लगातार बिगड़े रहने से अस्थायी राहत कार्यों में बाधा ड़ालने का जिम्मेवार ठहराया।
साथ ही आश्वासन दिया, कि सबंधित प्राधिकरण हर तरफ अपनी स्तर्कता बनाए हुए है और बिजली ढ़ांचे को चर्मराने से पहले राहत एवं बचाव कार्य शुरू होंगे।
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