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    Jammu News: 29 अक्टूबर को आतंकी हमले की थी सूचना, पुलिस ने मानी चूक; एडीजी बोले हमने गवां दिया बहादुर अधिकारी

    By naveen sharmaEdited By: Jeet Kumar
    Updated: Sat, 09 Dec 2023 05:00 AM (IST)

    29 अक्टूबर को ईदगाह मैदान में अवकाश के दौरान स्थानीय युवाओं के साथ क्रिकेट खेल रहे पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर अहमद पर आतंकियों ने हमला किया था। वहीं पुलिस ने अब माना है कि हमारे पास सूचना थी कि आतंकी 29 अक्टूबर को श्रीनगर के ईदगाह या उसके साथ सटे क्षेत्र में हमला कर सकते हैं। कई बार चूक हो जाती है और हम भी चूक गए।

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    29 अक्टूबर को आतंकी हमले की थी सूचना, पुलिस ने मानी चूक

    राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। जम्मू कश्मीर पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून व्यवस्था) विजय कुमार ने स्वीकार किया कि हमारे पास सूचना थी कि आतंकी 29 अक्टूबर को श्रीनगर के ईदगाह या उसके साथ सटे क्षेत्र में हमला कर सकते हैं। कई बार चूक हो जाती है और हम भी चूक गए। हमने अपना एक प्रतिभाशाली, बहादुर और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी गंवा दिया। ईदगाह जैसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए एक प्रभावी तंत्र विकसित किया गया है।

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    साथ ही पुलिस के सभी अधिकारियों व जवानों को ड्यूटी व अवकाश के समय किसी भी आतंकी खतरे से बचने के लिए निर्धारित नियमावली (एसओपी) का सख्ती से पालन करने को कहा है। विजय कुमार शुक्रवार को बलिदानी पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर अहमद वानी को अंतिम विदाई व श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

    पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर अहमद पर आतंकियों ने हमला किया था

    बता दें कि 29 अक्टूबर को ईदगाह मैदान में अवकाश के दौरान स्थानीय युवाओं के साथ क्रिकेट खेल रहे पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर अहमद पर आतंकियों ने हमला किया था। इस हमले में घायल इंस्पेक्टर को बेहतर उपचार के लिए दिल्ली में एम्स ले जाया गया था। गुरुवार को उन्होंने वहां अंतिम सांस ली। शुक्रवार को उन्हें श्रीनगर में नारवरा स्थित उनके पैतृक कब्रिस्तान में नम आंखों के बीच सुपुर्द-ए-खाक किया गया। उनके नमाज-ए-जनाजा में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया।

    इस मौके पर एडीजी विजय कुमार ने कहा कि यह सही है कि हमारे पास सूचना आई थी कि आतंकी 29 अक्टूबर को हमला कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए निर्धारित एसओपी का पालन जरूरी है। उन्होंने कहा कि सभी पुलिस अधिकारियों और जवानों से कहा गया है कि वह चाहे अवकाश पर हों या डयूटी पर, एसओपी का पूरी तरह पालन करें।

    जल्द मारे जाएंगे जिम्मेदार आतंकी

    एडीजी ने ईदगाह हमले में लिप्त आतंकियों को जल्द मार गिराने का यकीन दिलाते हुए कहा कि उनके बारे में कुछ भी बताना इस मामले की जांच को प्रभावित कर सकता है। इस मामले की जांच में एनआइए भी भाग ले रही है। इंटरनेट मीडिया के प्रयोग संबंधी पुलिस की एडवाइजरी पर एडजीपी ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखना पुलिस की जिम्मेदारी है। अगर कोई इंटरनेट मीडिया का दुरुपयोग कर माहौल बिगाड़ना चाहेगा तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। यहां इंटरनेट मीडिया पर आतंकी और अलगाववादी व उनके समर्थक लगातार सक्रिय हैं। उन्हें रोकने के लिए ही यह कदम उठाया गया है।

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    गार्ड आफ आनर के बाद अंतिम विदाई

    शुक्रवार तड़के बलिदानी का पार्थिव शरीर दिल्ली से श्रीनगर जिला पुलिस लाइन ले जाया गया, जहां वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में गार्ड आफ आनर के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव नारवरा ले जाया गया। जहां परिवार के सदस्यों के साथ हजारों लोग मौजूद थे। बाद में पार्थिव शरीर को जुलूस की सूरत में उनके पैतृक कब्रिस्तान पहुंचाया गया और नम आंखों के बीच सुपुर्द-ए-खाक किया गया। बलिदानी इंस्पेक्टर मसरूर के घर पर उनके वृद्ध माता-पिता, एक बहन, एक भाई और गर्भवती पत्नी है। मसरूर के निधन से पूरा क्षेत्र शोक में डूबा है।