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    जम्मू-कश्मीर, राजस्थान समेत पाकिस्तान सीमा से सटे राज्यों में होने वाला मॉक ड्रिल स्थगित, इस वजह से लिया गया फैसला

    By lalit k Edited By: Rajiv Mishra
    Updated: Thu, 29 May 2025 12:09 AM (IST)

    केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के जम्मू दौरे से पहले प्रस्तावित मॉक ड्रिल को स्थगित कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से यह फैसला लिया है। अमित शाह जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेंगे और पुंछ में पीड़ितों से मिलेंगे। यह दौरा ऑपरेशन सिंदूर के बाद उनका पहला दौरा है।

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    अमित शाह के दौरे के चलते मॉक ड्रिल स्थगित (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, जम्मू। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के वीरवार से शुरू हो रहे दो दिवसीय जम्मू व पुंछ दौरे को देखते हुए प्रस्तावित मॉक ड्रिल को स्थगित कर दिया गया है। यह माक ड्रिल वीरवार को होनी थी। इसे लेकर बुधवार शाम को जम्मू जिला प्रशासन की ओर से सभी संबंधित विभागों की बैठक बुलाई गई जिसमें अमित शाह के दौरे के मद्देनजर मॉक ड्रिल को स्थगित करने का फैसला लिया गया।

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    जम्मू के डिप्टी कमिश्नर की अध्यक्षता में यह बैठक हुई जिसमें पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी व सिविल डिफेंस के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। उधर सांबा जिला प्रशासन ने भी माक ड्रिल स्थगित करने का फैसला लिया।

    चारों राज्यों में मॉक ड्रिल स्थगित

    पाकिस्तान की सीमा से लगे राज्यों में गुरुवार, 29 मई को होने वाला नागरिक सुरक्षा अभ्यास ऑपरेशन शील्ड प्रशासनिक कारणों से गुजरात, राजस्थान, चंडीगढ़, जम्मू और हरियाणा में स्थगित कर दिया गया है। अधिकारियों ने सीमावर्ती राज्यों में मॉक ड्रिल को स्थगित करने के निर्णय के पीछे प्रशासनिक कारणों का हवाला दिया। एएनआई ने हरियाणा सरकार के आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया कि कल 29 मई 2025 को होने वाला नागरिक सुरक्षा अभ्यास ऑपरेशन शील्ड हरियाणा में स्थगित कर दिया गया है।

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद गृहमंत्री का पहला दौरा

    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार शाम को शरदकालीन राजधानी जम्मू पहुंच रहे हैं। शुक्रवार दोपहर बाद दिल्ली लौटने से पूर्व वह एकीकृत मुख्यालय में जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा परिदृश्य, सीमा पर घुसपैठरोधी तंत्र और श्री अमरनाथ की तीर्थयात्रा के सुरक्षा कवच का जायजा लेने के अलावा पुंछ में गोलबारी पीड़ितों से भी मिलेंगे। पिछले दो माह के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री का यह जम्मू-कश्मीर का तीसरा और ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहला दौरा है।