Narwal bomb blasts के बाद भी ट्रांसपोर्ट यार्ड में सड़कों से नहीं हटाए गए कबाड़ हो चुके वाहन
नरवाल ट्रांसपोर्ट यार्ड में शनिवार को हुए दो बम धमाकों के बाद सोमवार को दुकानें खुल गईं। लेकिन अब भी दुकानदारों में दहशत बनी हुई है। लगता है पुलिस-प्रशासन ने बम धमाको से कोई सबक नहीं लिया क्योंकि अब भी यार्ड में कबाड़ हो चुके वाहन पड़े दिखे।(फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, जम्मू: नरवाल ट्रांसपोर्ट यार्ड में शनिवार को हुए दो बम धमाकों के बाद सोमवार को ट्रांसपोर्ट नगर में दुकानें खुल गईं और आम दिनों तरह मिस्त्री खराब वाहनों की दिनभर मरम्मत करने नजर आए। पुलिस-प्रशासन ने दो धमाके होने पर भी लगता है कोई सबक नहीं लिया है, क्योंकि अब भी यार्ड में खाली स्थानों पर कबाड़ हो चुके वाहन पहले की तरह पड़े दिखे।
सड़क पर ही मोटर मिस्त्री वाहनों की मरम्मत करते हुए देखे गए। हालांकि, ट्रांसपोर्ट यार्ड के आसपास सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है, जो ट्रांसपोर्ट नगर में प्रवेश करने वाले वाहनों को रोक कर चालकों से पूछताछ करते हैं फिर उन्हें आगे जाने देते हैं।
वाहनों को शेड में रखने की सलाह
गौरतलब है कि ट्रांसपोर्ट नगर के सात नंबर यार्ड में शनिवार को मरम्मत के लिए आई एक बोलेरो गाड़ी में जोरदार धमाका हुआ था। इस धमाके के करीब 20 मिनट बाद यार्ड में खड़ी एक कबाड़ हो चुकी गाड़ी में भी धमाका हुआ था। दोनों धमाकों में नौ लोग घायल हो गए थे।
ट्रांसपोर्ट यार्ड मोटर डीलर एसोसिएशन के एक सदस्य ने कहा कि उन्होंने कई बार यार्ड में काम करने वाले मिस्त्रियों से कहा है कि वे वाहनों की मरम्मत के लिए शेड तैयार करवाकर उसमें ही अपने वाहन रखें।
लावारिस वाहनों का शरारती तत्वों ने उठाया फायदा
दिन के समय तो मिस्त्री वाहनों की मरम्मत करते हैं, लेकिन जब वे दुकान बंद कर घर चले जाते हैं तो वाहन सड़कों पर ही लावारिस हालत में पड़े रहते हैं। इसका फायदा देश विरोधी या शरारती तत्व उठा सकते हैं।
शनिवार को नरवाल में आतंकियों ने ऐसे ही लावारिस वाहनों में धमाके किए थे। जेडीए और नगर निगम जम्मू के अधिकारियों के समक्ष भी इस मुद्दे को रखा गया, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया।
मोटर मिस्त्रियों को पूछताछ के लिए बुला रही पुलिस
सोमवार को जब धमाकों के बाद पहली बार ट्रांसपोर्ट नगर का यार्ड नंबर सात खुला तो वहां दुकानदारों में दहशत साफ दिखाई दे रही थी। यार्ड में अधिकतर दुकानें खुली हुई थीं, लेकिन कई दुकानदारों ने सोमवार को भी दुकानें नहीं खोलीं।
वहीं, यार्ड में काम करने वाले मोटर मिस्त्रियों का कहना है कि पुलिस उन्हें पूछताछ के लिए बुला रही है। उन्हें इस बारे में जितनी भी जानकारी है, वे पुलिस के साथ साझा कर रहे हैं।