जम्मू में आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे शिवराज सिंह चौहान, नहर मरम्मत से लेकर कर्ज माफी कर रखी ये मांगें
जम्मू में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के दौरे के दौरान किसानों ने अपनी विभिन्न समस्याओं और मांगों को उठाया। उन्होंने नहरों की मरम्मत कर्ज माफी फसल और पशुधन के नुकसान पर मुआवजे की मांग की। किसानों ने बासमती धान को न्यूनतम समर्थन मूल्य के अंतर्गत लाने और प्रधानमंत्री आवास योजना में हो रही देरी पर भी ध्यान दिलाया।

जागरण संवाददाता, जम्मू। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बडेयाल ब्राहमणा गांव के दौरान किसानों ने एक के बाद एक मांग को उठाया और केंद्रीय मंत्री का ध्यान उस पर खींचने का प्रयास किया।
कुछ किसानों ने नहरों का मुद्दा भी उठाया। कहा कि एक बार फिर से नहरों की बेहतर तरीके से सफाई या मरम्मत हो जाए तो किसानों के लिए अच्छा होगा। क्योंकि यह नहरें खेती के लिए जीवन है।
किसानों ने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड पर जिन जिन किसानों ने कर्जा लिया, का कर्जा माफ किया जाना चाहिए। क्योंकि बारिश के कारण किसान पहले ही नुकसान में हैं। वे किसी तरह का कर्ज चुकाने में सक्षम नहीं है। किसानों ने कहा कि वर्षा के कारण मवेशी चारा व दालों की फसलें भी बर्बाद हो चुकी है। मगर इसकी कोई बात नहीं कर रहा। इसका भी मुआवजा दिया जाना चाहिए।
डेयरी किसानों ने कहा कि प्रदेश में 4000 से 5000 मवेशियों की जान चली गई है, इसका किसानों को मुआवजा दिया जाए। जिन किसानों ने फसल की बीमा नहीं भी करवाया और उसको फसल का नुकसान हुआ है, का मुआवजा दिया जाए।
किसानों ने कहा कि बासमती धान को न्यूनतम समर्थन मूल्य के अंतर्गत लाया जाए ताकि किसानों को फसल की बेहतर कीमत मिलने पर परिवार आय में बढ़ोतरी हो सके।कई महिलाओं ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन किए जाने के दो वर्ष बाद भी अभी तक इसका लाभ नहीं मिल पाया। इस पर सरकार कोई कदम उठाए। आई बाढ़ में जिनके मकान क्षतिग्रस्त होने से लोगों की दिक्कत बढ़ी हैं, उनको दूर किया जाए।
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