क्या संसदीय समिति ने केवल कश्मीर का दौरा कर जम्मू को किया दरकिनार? चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री का आरोप
चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री जम्मू ने संसदीय समिति के जम्मू-कश्मीर दौरे को कश्मीर तक सीमित रखने पर निराशा व्यक्त की है। उनका कहना है कि जम्मू में अधिकांश उत्पादन इकाइयां संकट में हैं और समिति को यहाँ का दौरा करना चाहिए था। चैंबर ने सांसद डॉ. जितेंद्र सिंह और अन्य से समिति को जम्मू आने के लिए कहने का आग्रह किया।

जागरण संवाददाता, जम्मू। संसदीय स्थायी समिति के हालिया जम्मू-कश्मीर दौरे को केवल कश्मीर तक सीमित रखने पर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री जम्मू ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि मोदी सरकार में भी जम्मू की अनदेखी हो रही है।
चैंबर ने कहा है कि उन्हें यह समझ नहीं जा रहा कि पिछले कई सालों से जम्मू-कश्मीर दौरे पर आने वाली संसदीय स्थायी समिति केवल कश्मीर ही क्यों जाती है जबकि अधिकांश उत्पादन इकाईयां जम्मू में है जोकि संकट में है और बंद होने की कगार पर है।
समिति दौरे पर चर्चा करने के लिए चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री जम्मू के प्रधान अरूण गुप्ता की अध्यक्षता में शुक्रवार को एसोसिएशन आफ इंडस्ट्रीज गंग्याल के कार्यालय में बैठक हुई जिसमें फेडरेशन आफ इंडस्ट्रीज जम्मू के चेयरमैन वरिंद्र जैन, सह-चेयरमैन ललित महाजन, एसी दत्ता, जेतेंद्र ओल व अजीत बावा मुख्य रूप से मौजूद रहे।
उन्होंने ककहा कि दोला सेन की अगुआई में संसदीय स्थायी समिति ने जम्मू की अनदेखी करते हुए कश्मीर का दौरा किया और वहां के कारोबारियों की परेशानियों को सुना। उन्होंने कहा कि समिति के कश्मीर दौरे पर किसी को एतराज नहीं है लेकिन समिति सदस्यों को जम्मू भी आना चाहिए था और यहां औद्योगिक इकाईयों पर मंडरा रहे खतरे को समझना चाहिए जोकि सरकारी सहयोग के बिना बंद होने की कगार पर पहुंच गई है।
बैठक में मौजूद सभी पदाधिकारियों ने सांसद डा. जितेंद्र सिंह, जुगल किशोर शर्मा व राज्यसभा सदस्य गुलाम अली खटाना से अपील की कि वह संसदीय स्थायी समिति को जम्मू का दौरा करने को कहे ताकि उन्हें जम्मू के उद्योग की परेशानियों का भी पता चल सके।
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