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    Jammu Kashmir : राष्ट्रपति चुनाव में आज पड़ेंगे जम्मू कश्मीर के 3500 वोट, द्रोपदी मुर्मु को 1400, यशवंत सिन्हा को मिलेंगे 2100 वोट

    By Rahul SharmaEdited By:
    Updated: Mon, 18 Jul 2022 07:31 AM (IST)

    Indias President Poll In Jammu Kashmir जम्मू कश्मीर में इस समय विधानसभा न होने के कारण प्रदेश में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान केंद्र नही बना है। ऐसे में सभी पांच सांसद सोमवार को दिल्ली में बने मतदान केंद्र में अपने वोट डालेंगे।

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    नेशनल कांफ्रेंस के नेताओं ने घोषणा की थी कि पार्टी यशवंत सिंह के लिए वोट करेगी।

    जम्मू, राज्य ब्यूरो : दिल्ली में सोमवार को हो रहे राष्ट्रपति चुनाव में जम्मू कश्मीर के 3500 वोट पड़ेंगे। प्रदेश से लोकसभा के पांच सांसदों में से हर सांसद के एक वोट की कीमत सात सौ वोटों के बराबर है।

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    जम्मू कश्मीर में इस समय विधानसभा न होने के कारण प्रदेश में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान केंद्र नही बना है। ऐसे में सभी पांच सांसद सोमवार को दिल्ली में बने मतदान केंद्र में अपने वोट डालेंगे। इन सांसदों में जम्मू से भाजपा के सांसदों में केंद्रीय मंत्री डा जितेन्द्र सिंह व जुगल किशोर शर्मा शामिल हैं। वहीं कश्मीर से मतदान में हिस्सा लेने वाले नेशनल कांफ्रेंस के 3 सांसदों में डा फारूक अब्दुल्ला, मोहम्मद अकबर लोन व हसनैन मसूदी शामिल हैं।

    प्रदेश से जम्मू संभाग के दो भाजपा सांसद के 1400 वोट एनडीए की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मु को मिलेंगे। वहीं दूसरी ओर कश्मीर संभी के सभी 2100 वाेट यूपीए के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को पड़ने तय हैं। यशवंत सिन्हा ने हाल ही में कश्मीर संभाग का दाैरा भी किया था। इसके बाद नेशनल कांफ्रेंस के नेताओं ने घोषणा की थी कि पार्टी यशवंत सिंह के लिए वोट करेगी।

    इस समय जम्मू कश्मीर में विधानसभा व राज्यसभा का कोई सांसद न होने के कारण प्रदेश को राष्ट्रपति चुनाव में 9280 वोटों का नुकसान हुआ है। पांच साल पहले हुए चुनाव में प्रदेश के हर विधायक के वोट की कीमत 72 वोट थी। अब इस समय विधानसभा होती तो विधायकों ने 6480 वोट डालने थे।

    पिछली बार प्रदेश से लोकसभा व राज्यसभा के हर सांसद के वोट की कीमत 708 वोट थी। ऐसे में इस बार विधानसभा चुनाव न होने के कारण न सिर्फ वोटों का नुकसान हुआ है अपितु सांसदों के वोट की कीमत भी पहले से कम हुई है। आपको बता दें कि बीजेडी, वाईएसआर-सीपी, बसपा, अन्नाद्रमुक, टीडीपी, जेडीएस, शिरोमणि अकाली दल और शिवसेना जैसे कुछ क्षेत्रीय दलों का समर्थन मिलने के बाद मुर्मू का वोट शेयर पहले ही 60 प्रतिशत को पार कर चुका है। उनके नामांकन के समय यह लगभग 50 प्रतिशत था।