'जम्मू-कश्मीर को जल्द राज्य का दर्जा मिले, लेकिन पहले स्थिति सामान्य होनी चाहिए', बोले बिहार गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान
बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और देश की सामूहिक इच्छा है कि जम्मू-कश्मीर को जल्द राज्य का दर्जा मिले, पर पहले स्थिति सामान्य होनी चाहिए। उन्होंने एसकेआइसीसी में विश्वग्राम के सम्मेलन में भाग लिया और गुरुद्वारा में माथा टेका। उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि जम्मू-कश्मीर अपना कामकाज खुद चलाए, लेकिन स्थायी शांति ज़रूरी है। उन्होंने नागरिकों से कानून-व्यवस्था बहाल करने की अपील की।

बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और देश की सामूहिक इच्छा है कि जम्मू-कश्मीर को जल्द राज्य का दर्जा मिले (फोटो: जागरण)
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और देश के लोगों की यह सामूहिक इच्छा है कि जम्मू कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा जल्द से जल्द मिले।लेकिन उससे पहले यहां स्थिति पूरी तरह सामान्य होना जरुरी है।
कोई भी चूक यहां हालात बिगाड़ सकती है। वह यहां शेरे कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर एसकेआइसीसी में विश्वग्राम नामक एक एनजीओ द्वारा आयोजित सम्मेलन पीस, पीपुल्स एंड पासिबिल्टीज में भाग लेने आए हुए हैं।
उन्होंने आज यहां रैनावरी में स्थित छठी पादशाही गुरूद्वारा में श्री गुरूनानक देव जी के प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित समागम में भी भाग लिया और माथा टेका।
बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने ने पत्रकारों के साथ एक बातचीत में कहा कि हालात पूरी तरह से सामान्य हों,लोग एक सुरक्षित, विश्वासपूर्ण वातावरण में अपनी जिंदगी बसर करें, यही पूरे भारत की इच्छा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और देशवासी चाहते हैं कि जम्मू कश्मीर को फिर से पूर्ण राज्य का दर्जा मिले, लेकिन यह बदलाव एक अच्छा स्ट्रक्चर्डऔर टिकाऊ फ्रेमवर्क पर आधारित होना चाहिए।
पूरा भारत चाहता हे कि जम्मू कश्मीर एक पूर्ण राज्य के तौर पर अपना कामकाज खुद चलाए,लेकिन इसके लिए पहले स्थायी शांति और सामान्य स्थिति की बहाली जरुरी है।
उन्होंने कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि बड़े राजनीतिक फैसलों के नतीजे अक्सर आम नागरिकों पर सबसे पहले पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी का एक ही मकसद है जम्मू कश्मीर में एक शांतिपूर्ण, संतुलित और स्थिर माहौल की स्थापना।
उन्होंने नागरिकों और अधिकारियों दोनों से अपील की कि वे मिलकर इस क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बहाल करें, और यह सुनिश्चित करें कि वहां भी देश के दूसरे राज्यों जैसे हालात हों।
बिहार में विधानसभा चुनाव के संदर्भ में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चुनावों के लिए सभी ज़रूरी इंतज़ाम पूरे कर लिए गए हैं ताकि वोटिंग प्रक्रिया सुचारू, पारदर्शी और निष्पक्ष हो सके।
इससे पूर्व सम्मेलन में अपने संबोधन मेंकश्मीर की अनोखी पहचान और सांस्कृतिक महत्व का ज़िक्र करते हुए आरिफ मोहम्मद खान ने कहाकि कश्मीर भारत का ताज है। यह सदियों से ज्ञान और ध्यान का केंद्र रहा है। मेरा हमेशा से मानना रहा है कि जो लोग सच्चा ज्ञान चाहते हैं, उन्हें कश्मीर की ओर कुछ कदम बढ़ाने चाहिए, क्योंकि यह ज्ञान, बुद्धि और संस्कृति का पालना है।
घाटी की अपनी पिछली यात्राओं को याद करते हुए राज्यपाल ने कहा कि मेरे दिल में कश्मीर के लिए एक खास भावना हैयह मैं किसी को खुश करने के लिए या औपचारिक तरीके से नहीं कह रहा हूं।'। मैं यहां कई बार आया हूं, और मुझे याद है कि 1984 में मैंने यहां लगभग एक महीना बिताया था।
जब मैं कहता हूं कि कश्मीर हमारे देश का ताज है तो मेरा सच में यही मतलब होता है।हमारे संस्कृत संस्थानों में, डिग्री मिलने से पहले, छात्रों से प्रतीकात्मक रूप से कश्मीर की ओर कुछ कदम चलने के लिए कहा जाता है। यह ज्ञान, बुद्धि और सीखने की इस भूमि के प्रति सम्मान का प्रतीक है।
उनकी टिप्पणियों ने अपनी सांस्कृतिक और भावनात्मक गहराई के लिए ध्यान आकर्षित किया, जिसमें भारत के बौद्धिक और आध्यात्मिक इतिहास में कश्मीर की भूमिका पर ज़ोर दिया गया।

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