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    जम्मू-कश्मीर कांग्रेस ने प्रतिज्ञा दिवस के रूप में मनाया संविधान दिवस, दिया 'संविधान बचाओ, देश बचाओ का नारा'

    By Satnam Singh Edited By: Rahul Sharma
    Updated: Wed, 26 Nov 2025 06:41 PM (IST)

    जम्मू-कश्मीर कांग्रेस ने संविधान दिवस को प्रतिज्ञा दिवस के रूप में मनाते हुए 'संविधान बचाओ, देश बचाओ' का नारा दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने संविधान के मूल्यों की रक्षा करने और देश को बचाने का संकल्प लिया। यह आयोजन देशव्यापी अभियान का एक हिस्सा था, जिसका उद्देश्य संविधान के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।

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    रमण भल्ला ने कहा कि भारत का संविधान देश की पवित्र पुस्तक की तरह है।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आज संविधान दिवस को प्रतिज्ञा दिवस के रूप में मनाते हुए संविधान की पवित्रता की रक्षा और सम्मान करने का संकल्प लिया। प्रदेश कांग्रेस ने संविधान बचाओ, देश बचाओ के नारे लगाते हुए प्रदर्शन भी किया।

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    पार्टी ने देशवासियों को आगाह किया कि संविधान की भावना को चुनौती देने वाली ताकतों के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता है। पार्टी मुख्यालय शहीदी चौक जम्मू के बाहर कार्यवाहक प्रधान पूर्व मंत्री रमण भल्ला के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया।

    जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का जोरदार विरोध प्रदर्शन

    इस प्रदर्शन में पार्टी के वरिष्ठ नेता, जिला अध्यक्ष, विभिन्न प्रकोष्ठों के पदाधिकारी और ब्लॉक अध्यक्ष शामिल हुए। प्रमुख नेताओं में मुलाराम, वेद महाजन, मनमोहन सिंह, हरि सिंह चिब, कांता भान, नरिंद्र शर्मा, संजीव पंडा, संदीप डोगरा, मदन लाल छलोत्रा, प्रदीप भल्ला, सरदार बलदेव सिंह, विजय शर्मा, विजय सिंह चिब सहित कई अन्य नेता शामिल रहे।

    समारोह को संबोधित करते हुए रमण भल्ला ने कहा कि भारत का संविधान देश की पवित्र पुस्तक की तरह है, जिसे हर नागरिक जाति, धर्म, क्षेत्र या भाषा से ऊपर उठकर सम्मान देता है। उन्होंने कहा कि हमारे महान पूर्वजों ने डा. भीमराव अंबेडकर जैसे महान विधिवेत्ता और समाज सुधारक के नेतृत्व में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ संविधान हमें दिया, जो आज भी हर परीक्षा में खरा उतरा है।

    रमण भल्ला के नेतृत्व में संविधान की रक्षा का लिया संकल्प

    उन्होंने महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू और अन्य महान नेताओं की दूरदृष्टि का भी उल्लेख किया, जिन्होंने डा. अंबेडकर को संविधान निर्माण समिति का अध्यक्ष तथा स्वतंत्र भारत का पहला कानून मंत्री नियुक्त किया। उन्होंने कहा कि आज संविधान बड़े दबाव और चुनौतियों के दौर से गुजर रहा है, जिसे बचाने के लिए सभी जागरूक लोगों को एकजुट होना होगा।

    उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी, विशेष रूप से राहुल गांधी, लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने और जनता की आवाज को दबाने का आरोप लगाया।

    मुलाराम ने संविधान निर्माण की संघर्षपूर्ण प्रक्रिया का उल्लेख करते हुए डा. अंबेडकर, संवैधानिक मसौदा समिति और संविधान सभा की सामूहिक बुद्धिमत्ता की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज संविधान की रक्षा और उसके सच्चे अर्थों में लागू की आवश्यकता है।