Jammu News: USBRL परियोजना का बनिहाल-हिंगनी खंड जून में होगा पूरा, सफर होगा आसान
उत्तर रेलवे के मुताबिक निर्माणाधीन 111 किमी लंबे बनिहाल-कटरा सेक्शन का 93 फीसदी काम पूरा हो चुका है। इस सेक्टर में कुल 37 पुल और 35 सुरंगें हैं जिनकी ...और पढ़ें

जम्मू, पीटीआइ। जम्मू-कश्मीर की उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लाइन (USBRL) परियोजना का काम जून 2023 के अंत तक पूरा हो जाएगा। इस परियोजना से बनिहाल से हिंगनी तक का सफर आसान हो जाएगा। USBRL परियोजना का उद्देश्य कश्मीर घाटी को निर्बाध और परेशानी मुक्त कनेक्टिविटी प्रदान करना है।
अधिकारी ने कहा कि कुल 272 किमी यूएसबीआरएल परियोजना में से 161 किमी चरणों में चालू किया गया था, जिसमें 118-किमी काजीगुंड-बारामूला खंड का पहला चरण अक्टूबर 2009 में शुरू किया गया था, इसके बाद जून 2013 में 18 किमी बनिहाल-काजीगुंड और जुलाई 2014 में 25 किमी उधमपुर-कटरा में शुरू किया गया था।
उत्तर रेलवे के मुताबिक, निर्माणाधीन 111 किमी लंबे बनिहाल-कटरा सेक्शन का 93 फीसदी काम पूरा हो चुका है। इस सेक्टर में कुल 37 पुल और 35 सुरंगें हैं, जिनकी लंबाई 164 किमी है। एबीसीआई इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट मैनेजर नदीम शमास ने कहा कि यूएसबीआरएल का बनिहाल-हिंगनी हिस्सा 30 जून तक तैयार हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि सेक्टर विभिन्न सुरंगों और पुलों से होकर गुजरता है और ज्यादातर काम पूरा हो चुका है। करवा गांव के पास 765 मीटर लंबी कट और कवर सुरंग हर तरह से पूर्ण है। बल्लास्टलेस ट्रैक (बीएलटी) बिछाने का काम अप्रैल के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है, साथ टी 78 सुरंग का काम भी लगभग पूरा हो चुका है। दो किमी की टी 77डी सुरंग का काम भी अगले महीने पूरा होने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि लाइनिंग का काम पूरा होने के बाद बीएलटी का काम 30 मई तक पूरा कर लिया जाएगा और सुरंग उत्तर रेलवे को सौंप दी जाएगी। 272 किलोमीटर लंबी USBRL परियोजना को 2002 में एक राष्ट्रीय परियोजना के रूप में घोषित किया गया था और इस साल के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
रामबन उपायुक्त मुसरत इस्लाम ने कहा कि 111 किमी में से 53 किमी रामबन जिले में पड़ता है और इस लंबाई का 87 प्रतिशत सुरंगों से ढका हुआ है। देश में सबसे ऊंची रेलवे सुरंग टी -49 का निर्माण जिले में किया गया है।
बनिहाल-काजीगुंड खंड पर USBRL द्वारा निर्मित 11.2 किमी लंबाई की पीर पांचाल सुरंग को पार करते हुए, खारी अर्पिंचला और सुंबर को जोड़ने वाली 12.758 किमी लंबी T-49 सुरंग पर काम पिछले साल 15 फरवरी को पूरा किया गया था।

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