जम्मू बीसी रोड की दुर्दशा; अतिक्रमण और अवैध पार्किंग की समस्या से जूझ रहा शहर का व्यस्त मार्ग
जम्मू शहर का व्यस्त बीसी रोड अतिक्रमण और अवैध पार्किंग से त्रस्त है, जिससे राहगीरों को परेशानी हो रही है। सड़क के दोनों ओर अतिक्रमणकारियों ने दुकानें सजा रखी हैं, जिससे मार्ग संकरा हो गया है। अवैध पार्किंग यातायात को बाधित करती है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ाती है।

स्थानीय लोगों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
जागरण संवाददाता, जम्मू। शहर का प्रसिद्ध बीसी रोड अतिक्रमण के ग्रहण को झेल रहा है। करोड़ों रुपये खर्च कर बीसी रोड़ पर बनाए गए फुटपाथों पर जगह-जगह अतिक्रमण कर सामान सजा रहता है। राहगीर जान जोखिम में डाल कर सड़क पर चलने को मजबूर रहता है। रही-सही कसर वाहनों की अवैध पार्किंग से पूरी हो रही है।
जम्मू के मुख्य बस स्टैंड के बाहर का यह मार्ग अति व्यस्त है। हर समय बड़ी संख्या में लोग यहां आते-जाते हैं। इसी का लाभ उठाने के लिए कई रेहड़ी-फड़ी वाले और सामान बेचने वाले यहां अपना कब्जा किए रहते हैं। इतना ही नहीं कुछ स्थानों पर तो फुटपाथ के किनारे लोगों ने मूत्रालय तक बना दिए हैं जहां से उठती बदबू के कारण लोग स्वयं ही फुटपाथ छोड़ सड़क पर चलने लगते हैं।
बस स्टैंड के आउट गेट के सामने के फुटपाथ पर यह हाल हर समय दिखता है। बात यहीं खत्म नहीं हो जाती, बीसी रोड पर एक स्थान पर आटो स्टैंड बनाने के नाम पर अदालत के स्टे चलते पुलिस द्वारा रखी गईं तारें भी राहगीरों के जी का जंजाल बन चुकी हैं क्योंकि इस कारण यात्री यहां चल नहीं पाता।
गुरु रवि दास चोक से लेकर पूरे बीसी रोड के फुटपाथ सरकारी अनदेखी के चलते यात्रियों के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं। यह स्थिति तब भी बरकरार है जब जम्मू नगर निगम महीने भर में एक-दो बार अतिक्रमण विरोधी अभियान क्षेत्र में चलाता रहता है। यहां पुलिस की भी मिलीभगत देखने को मिलती है ।
बीसी रोड जम्मू का इतिहास
बीसी रोड का पूरा नाम बनिहाल कार्ट रोड है। इसका निर्माण महाराजा प्रताप सिंह ने वर्ष 1885 में करवाया था। शुरुआत में यह टेलीग्राफ सेवाओं के लिए था और 1921 में इसे आवाजाही के लिए खोला गया। इस सड़क ने जम्मू और पुंछ रूट के बीच व्यापार को सुविधाजनक बनाया और यह जम्मू के सबसे व्यस्त और महत्वपूर्ण मार्गों में से एक बन गया। आज भी यह जम्मू शहर की सबसे व्यस्त सड़कों में से एक है। खासकर शाम के समय ट्रेवल एजेंसियां और बस स्टैंड के कारण यहां रौनक बढ़ जाती है। जम्मू स्मार्ट सिटी के अंतर्गत दो वर्ष पहले ही नए फुटपाथ बना गए थे जिस पर करोड़ों रुपये खर्च हुए हैं।
क्या कहते हैं लोग
‘हमें बस स्टैंड के बाहर बीसी रोड में ही उतार दिया गया। जहां तो फुटपाथ चलने लायक है ही नहीं। जगह-जगह सामान रखा हुआ है। फुटपाथ लोगों के लिए होते हैं, न की व्यापारियों के लिए। इन्हें खाली करवाया जाना चाहिए।’ -अमरजीत सिंह, निवासी रियासी
‘बीसी रोड की हालत पहले से तो सुधरी है लेकिन अभी भी रेहड़ी-फड़ी व सामान बेचने वाले यहां-वहां बैठे होते हैं। यह अच्छी बात नहीं। फुटपाथां को हमेशा खाली रखना चाहिए ताकि राहगीरों को सड़क पर चलना न पड़े।’ -विजय कुमार, निवासी तियोट
‘फुटपाथों पर हुए अतिक्रमण को हटाना ही चाहिए। बस स्टैंड के पास अतिक्रमण आम देखने को मिलता है। सख्ती करने की जरूरत है। पुलिस और अधिकारियों की मिलीभगत खत्म की जानी चाहिए। बिना उनकी मदद के यह संभव नहीं।’ -मेहर सिंह, निवासी सांबा
‘फुटपाथ शहर की शान होते हैं। लोगों की जान जोखिम में न पड़े, इसलिए बनाए गए होते हैं। इन पर कामकाज नहीं होना चाहिए। राहगीरों को कोई परेशानी न हो, प्रशासन को यह देखना चाहिए। अतिक्रमण हटाने में सख्ती दिखाने की जरूरत रहती है।’ -कर्ण सिंह चिब, निवासी प्रीत नगर
क्या कहते हैं अधिकारी
‘बीसी रोड काफी व्यस्त क्षेत्र है। बस स्टैंड के बाहर होने के चलते बहुत सी बसें यहां से चलती हैं। लोगों की आवाजाही भी रहती है। लिहाजा खाने-पीने की चीजें बेचने वाले आदि हमारी कार्रवाई के बावजूद कई बार सामान सजा लेते हैं। सामान जब्त करने के साथ जुर्माना करते हुए हम थोड़े-थोड़े अंतराल के बाद यहां अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाते रहते हैं। कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।’ -सुबह मेहता, ज्वाइंट कमिश्नर, रेव्न्यू एंड इंफोर्समेंट, जम्मू नगर निगम

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