जम्मू-कश्मीर के रेलवे स्टेशनों पर सेवाओं का होगा विस्तार, यात्रियों को तुरंत मिलेंगी ये सुविधाएं
जम्मू-कश्मीर के रेलवे स्टेशनों पर यात्री सेवाओं का विस्तार किया जाएगा। यात्रियों को वाई-फाई, बेहतर प्रतीक्षालय और आधुनिक शौचालय जैसी सुविधाएं मिलेंगी। सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत किया जाएगा। इस विकास से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और दूर-दराज के क्षेत्रों तक पहुंच आसान होगी, जिससे व्यापार और वाणिज्य को भी लाभ होगा।

जम्मू तवी रेलवे स्टेशन (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, जम्मू। जम्मू कश्मीर के रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की यात्रा और सुगम बनाने को सुविधाओं का विस्तार होगा। जम्मू रेल मंडल की ओर से कई स्टेशनों पर मल्टी पर्पज स्टॉल स्थापित किए जा रहे हैं। इन स्टॉलों पर पानी, भोजन, पत्रिकाएं, साबुन, तेल, बच्चों के खिलौने और अन्य रोजमर्रा का जरूरी सामान एक ही जगह उपलब्ध होगा।
मंडल ने एसेट मोनेटाइजेशन और नॉन-फेयर रेवेन्यू बढ़ाने की दिशा में विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर मल्टी-पर्पज स्टाल आवंटित करने के लिए मेगा ई-नीलामी आयोजित की। इस नीलामी से रेलवे को अगले पांच साल की अवधि में 2.80 करोड़ से अधिक राजस्व आने की उॉम्मीद है। सीनियर डिवीजनल कामर्शियल मैनेजर (डीसीएम) उचित सिंघल के नेतृत्व में हुई इस ई-नीलामी में बड़ी संख्या में बोलीदाताओं ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया। रेलवे के अनुसार, ई-नीलामी के माध्यम से श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा, पठानकोट कैंट, सोपोर और अनंतनाग सहित कई स्टेशनों पर मल्टी-पर्पज स्टाल आवंटित किए गए हैं।
इन स्टॉलों से यात्रियों को दैनिक जीवन से जुड़ा सामान उपलब्ध होगा। कटड़ा स्टेशन (प्लेटफार्म 2/3) पर पहले वर्ष का किराया 25 लाख, पांच वर्ष का कुल किराया 1,47,50,000 होगा। इसी तरह पठानकोट कैंट (प्लेटफार्म 1) में पहले वर्ष का किराया 11 लाख और पांच वर्ष का कुल किराया 64,95,310, कटड़ा स्टेशन (प्लेटफार्म 1) : पहले वर्ष का किराया 6,55,888, पांच वर्ष का कुल किराया 38,69,739 होगा।
सोपोर (प्लेटफार्म 1) : पहले वर्ष का किराया 2,67,786 और पांच वर्ष का कुल किराया 15,79,937 होगा। इसके अलावा अनंतनाग (प्लेटफार्म 1) में पहले वर्ष का किराया 2,22,786 और पांच वर्ष का कुल किराया 13,14,437 रुपये होगा। पांच साल की अवधि में इन स्टॉलों से रेलवे को कुल 2,80,09,243 का राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह ई-नीलामी अब तक की सबसे अधिक राजस्व उत्पन्न करने वाली बड़ी नीलामी है। रेलवे का मानना है कि मल्टी-पर्पज स्टॉलों की यह श्रृंखला स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं को नया आयाम देगी और साफ-सुथरी व आधुनिक सेवाएं सुनिश्चित करेगी।

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