Jammu News: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पांच साल पुराने पुजारी हत्याकांड को सुलझाया, हरियाणा से गिरफ्तार किया मुख्यारोपी
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक पांच साल पुराने पुजारी हत्याकांड मामले को सुलझा लिया है। इस मामले में पुलिस ने एक मुख्यारोपी को गिरफ्तार किया है। वहीं दूसरे आरोपी की मौत हो चुकी है। साल 2019 में मध्यरात्रि में पुजारी की हत्या के बाद दोनों आरोपी फरार हो गए थे। वहीं जम्मू पुलिस ने आरोपी आशीष कुमार को हरियाणा के जींद से गिरफ्तार किया है।

पीटीआई, जम्मू। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को पांच साल पहले एक मंदिर के पुजारी की हत्या के मामले को सुलझाने का दावा किया है। साथ ही हरियाणा से मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने साल 2019 में पुजारी हत्याकांड के मुख्यारोपी को हरियाणा से गिरफ्तार किया है। वहीं, दूसरे आरोपी की मौत हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश के निवासी बाबा प्रगट नाथ (65 साल) की 15 और 16 नवंबर 2019 की मध्यरात्रि को हत्या कर दी गई थी। टोफ शेरखानिया में मंदिर के अंदर सिर पर चोट के कारण वो मृत पाए गए थे।
दूसरे आरोपी की हो चुकी मौत
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि हत्या के बाद बख्शी नगर पुलिस स्टेशन में एक मामला दर्ज किया गया और एक व्यापक जांच शुरू की गई, जिसमें दो कुख्यात अपराधियों उत्तर प्रदेश के तरलोक सिंह और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के आशीष कुमार उर्फ हंसाई नाथ की संलिप्तता की ओर इशारा किया गया। उन्होंने बताया कि हत्या के बाद दोनों आरोपी फरार हो गये। बाद में पता चला कि आरोपी तरलोक सिंह की मौत हो गई है।
ये भी पढ़ें: Jammu Kashmir Weather: कठुआ में 46 डिग्री पहुंचा तापमान, लोगों का गर्मी से बुरा हाल; दो जून तक मौसम में नहीं कोई राहत
हरियाणा के जींद से मुख्यारोपी गिरफ्तार
हालांकि, पुलिस ने आशीष कुमार को गिरफ्तार करने के प्रयास जारी रखे। अधिकारी ने बताया कि आखिरकार उसे बख्शी नगर पुलिस स्टेशन की एक विशेष टीम द्वारा हरियाणा के जींद जिले से गिरफ्तार कर लिया गया। जांच से पता चला है कि सिंह और कुमार उत्तर प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों में चोरी, धोखाधड़ी और हत्या सहित कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे, वो एक गिरोह के रूप में काम करते थे। उन्होंने कहा कि आरोपी आशीष कुमार की गिरफ्तारी के बाद सभी आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी की गईं और मामले में आरोप पत्र दायर किया गया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।