J&K medical College: ऊधमपुर मेडिकल कॉलेज खोलने की चल रही तैयारियां, रियासी के लोगों को होगा लाभ
Jammu Kashmir News स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग इस सत्र से राजकीय मेडिकल कॉलेज ऊधमपुर और हंदवाड़ा को खोलने के लिए तेजी के साथ तैयारियों में जुटा हुआ है। हाल ही में हुई नीट परीक्षा में इस बार ऊधमपुर मेडिकल कालेज की 100 सीटों पर भी एडमिशन होगी। यह कॉलेज खुलने से एमबीबीएस उम्मीदवारों को जहां डॉक्टर बनने का अवसर मिलेगा।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग इस सत्र से राजकीय मेडिकल कॉलेज ऊधमपुर और हंदवाड़ा को खोलने के लिए तेजी के साथ तैयारियों में जुटा हुआ है। हाल ही में हुई नीट परीक्षा में इस बार ऊधमपुर मेडिकल कालेज की 100 सीटों पर भी एडमिशन होगी। यह कॉलेज खुलने से एमबीबीएस उम्मीदवारों को जहां डॉक्टर बनने का अवसर मिलेगा।
MBBS की 100 सीटों के लिए मिली मंजूरी
वहीं इससे ऊधमपुर और रियासी जिले के मरीजों को भी इलाज करवाने में आसानी होगी। ऊधमपुर मेडिकल कालेज में एमबीबीएस की 100 सीटों को मंजूरी मिली है। इनमें से पचास प्रतिशत सीटें छात्राओं के लिए आरक्षित हैं। कुल सीटों में से पंद्रह प्रतिशत सीटें केंद्रीय पूल में होगी जहां पर देश के किसी भी हिस्से से विद्यार्थी नीट परीक्षा में मेरिट के आधार पर एडमिशन ले सकेंगे।
छटा नया मेडिकल काॅलेज होगा
फिलहाल यह कालेज मेकशिफ्ट प्रबंध के तौर पर ही खुलेगा। जिला अस्पताल की इमारत के साथ स्थित पुराने एएमटी स्कूल की इमारत में ही इसे खोलने की तैयारी है। कालेज में स्टाफ को अकादमिक प्रबंध के तौर पर नियुक्त किया गया है। जम्मू और श्रीनगर के पुराने मेडिकल कालेजों के बाद यह छठा नया मेडिकल कालेज होगा। इससे पहले डोडा, कठुआ, राजौरी, बारामुला और अनतंनाग में मेडिकल कॉलेज खुले हैं।
दो जिले के लोगों को होगा लाभ
इसी सत्र में हंदवाड़ा में भी मेडिकल कॉलेज खुलने जा रहा है। यह सातवां मेडिकल कालेज होगा। अगर मेडिकल कालेज जम्मू और श्रीनगर को शामिल कर दिया जाए तो नौ मेडिकल कालेज हो जाएंगे। शेर-ए-कश्मीर इंस्टीटयूट आफ मेडिकल कालेज साैरा और बेमिना अलग हैं। ऊधमपुर मेडिकल कॉलेज खुलने से ऊधमपुर और रियासी जिले के मरीजों को सबसे अधिक लाभ होगा।
कम समय में पहुंच पाएंगे लोग
ऊधमपुर जिले में ही कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर मरीजों को अभी जीएमसी जम्मू में आने के लिए सौ से दो सौ किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है, लेकिन यह कॉलेज खुलने के बाद चिनैनी, रामनगर, मानसर, मजालता, घोरड़ी जैसे क्षेत्रों के लोगों का सफर एक तिहाई रह जाएगा और वे मात्र एक से डेढ़ घंटे का सफर तय कर इस मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए आ सकेंगे।
ऊधमपुर मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डा. मृत्युजंय का कहना है कहना है कि कालेज इसी सत्र से शुरू करने की तैयारी चल रही है। प्रयास होगा कि एमबीबीएस की बेहतर पढ़ाई के अतिरिक्त इलाज के लिए आने वाले मरीजों को हरसंभव सुविधा दी जा सके। उन्होंने कहा कि फिलहाल कालेज मेकशिफ्ट इमारत में ही चलेगा।

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