जम्मू-कश्मीर: सांबा से अमृतसर तक नशा तस्करों का जाल, हॉटस्पॉट बना कठुआ
जम्मू-कश्मीर में नशा तस्करों का नेटवर्क सांबा से अमृतसर तक फैला है। कठुआ क्षेत्र नशीली दवाओं की तस्करी का केंद्र बन गया है, जिससे क्षेत्र में चिंता बढ़ गई है।

अजय मीनिया, कठुआ। अंतराष्ट्रीय सीमा के किनारे जम्मू-कश्मीर के सांबा से लेकर पंजाब के अमूतसर तक नशा तस्करों का ऐसा जाल फैला कि पुलिस के लिए यह चुनौती बनते जा रहे हैं।
पंजाब और जम्मू-कश्मीर के नशा तस्करों के यह गिरोह सीमा पार पाकिस्तान में बैठे इनके हैंडलर्स के सीधे संपर्क में रहते हैं। खास बात यह है कि कठुआ जिला उनका ट्रांजिट जोन बन गया है और दोनों राज्यों के गिरोह कठुआ में ही चिट्टे (नशा) की डील करते हैं।
अंतरराष्ट्रीय सीमा के उस पार से पाकिस्तान की बदली रणनीति भी इनके समक्ष चुनौती बन रही है। ड्रोन से नशे की डिलीवरी के कारण उनसे निपटना आसान नहीं है। पंजाब के रास्ते भी नशा यहां पहुंच रहा है।
पुलिस और सीमा सुरक्षा बल ने नशे के खिलाफ मिलकर लड़ने की कई बार रणनीति बनाई पर नशा तस्करों का नेटवर्क अभी भी सक्रिय हैं। जम्मू से लेकर सांबा, कठुआ और पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय करीब 30 नशा तस्कर पाकिस्तान में बैठे अपने हैंडलर्स के लगातार संपर्क में रहते हैं और वहीं से नशे की डिलीवरी का स्थान और समय तय होता है। यह तस्कर कठुआ में आकर डील कर रहे हैं। पंजाब से आने वाला चिट्टा भी ट्रांजिट हो रहा है। ये तस्कर पुलिस के राडार पर जरूर हैं, लेकिन गिरफ्त से बाहर हैं।
अंतरराज्यीय ड्रग्स सिंडिकेट तोड़ने के लिए पहले ही आदेश दे दिए गए हैं। एक रणनीति के तहत इस नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए पंजाब, सांबा और जम्मू पुलिस के साथ समन्वय बनाकर काम हो रहा है। चुनौती बड़ी है, इससे निपटने में वक्त लगेगा। जल्द ही इसके परिणाम आपको नजर आएंगे। अंतरराष्ट्रीय सीमा और पंजाब से कठुआ में प्रवेश होने वाले सभी रूट पर नजर है और विशेष निगरानी की जा रही है। -मोहिता शर्मा, एसएसपी, कठुआ
केस 1: सितंबर 2025 में कठुआ पुलिस और बीएसएफ ने संयुक्त रूप से चार लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें एक जम्मू और तीन पंजाब के थे। ये लोग अंतरराज्यीय चिट्टा सिंडिकेट चलाते थे। पाकिस्तान में बैठे तस्करों द्वारा ड्रोन के जरिए सीमा पार से आने वाली खेप रिसीव करते थे। ये सभी पाकिस्तान समर्थित एक नेटवर्क का हिस्सा थे। इनके पास से करोड़ों रुपये मूल्य की हेरोइन बरामद हुई।
केस 2: 7 अक्टूबर 2025 को पंजाब, कठुआ और सांबा के तीन अंतरराज्यीय नशा तस्करों ने लखनपुर के पास पुलिस नाके पर फायरिंग कर दी। फायरिंग करते भागते हुए ये तीनों बाइक से गिर गए। इनमें से एक की मौत हो गई। इन तीनों में से एक सांबा जिले के कुख्यात चिट्टा तस्कर लहू गुज्जर का सगा भाई भी था। तीनों लंबे समय से पंजाब और कठुआ व सांबा के बीच नेटवर्क चला रहे थे।
केस 3: 26 अक्टूबर को लखनपुर पुलिस ने कठुआ के रहने तीन नशा तस्करों को गिरफ्तार किया। इनके पास से 13 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। ये लोग भी कठुआ और पंजाब के बीच नेटवर्क चलाते थे। लंबे समय से सक्रिय हैं।

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