जम्मू-कश्मीर को आयुष्मान भारत योजना में सर्वश्रेष्ठ केंद्र शासित प्रदेश का सम्मान, स्टेट हेल्थ एजेंसी को अवार्ड दिया
स्टेट हेल्थ एजेंसी जम्मू-कश्मीर का प्रतिनिधित्व करने वाले सचिव स्वास्थ्य जम्मू-कश्मीर भूपिंदर कुमार ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के सफल कार्यान्वयन में अपनाई गई सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में जानकारी दी। इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने पुरस्कार दिया।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में पंजीकरण करने के मामले में जम्मू-कश्मीर को सर्वश्रेष्ठ केंद्र शासित प्रदेश का सम्मान मिला है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने होटल अशोक नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में स्टेट हेल्थ एजेंसी को अवार्ड दिया।
देश भर में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को लागू हुए सोमवार को चार वर्ष हो गए जबकि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन को लागू हुए एक वर्ष पूरा हो गया। इस अवसर नई दिल्ली में आयोजित मंथन में सभी केंद्र शासित प्रदेशों और प्रदेशों ने भाग लिया। सभी स्टेट हेल्थ एजेंसी को अपने-अपने प्रदेश में अपनाई गई सर्वोत्तम प्रथाओं का प्रदर्शन करने के लिए कहा गया था।
स्टेट हेल्थ एजेंसी जम्मू-कश्मीर का प्रतिनिधित्व करने वाले सचिव स्वास्थ्य जम्मू-कश्मीर भूपिंदर कुमार ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के सफल कार्यान्वयन में अपनाई गई सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में जानकारी दी। इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने पुरस्कार दिया। सचिव स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग भूपिंदर कुमार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी राज्य स्वास्थ्य एजेंसी आयुषी सुदन, राज्य नोडल अधिकारी सनम मंसूर ने पुरस्कार प्राप्त किया।
स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा जम्मू.कश्मी के सचिव ने आयुष्मान भारत के तहत लाभार्थी की पहचान और प्रतिक्रिया तंत्र में जम्मू.कश्मीर की प्रगति पर भी प्रकाश डाला। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर को सर्वोत्तम प्रथाओं और नवाचारों पर आधारित पुस्तिका में सर्वोत्तम प्रथाओं के लिए मान्यता दी गई थी जिसे इस कार्यक्रम में सीईओ एनएचए डा आरएस शर्मा ने जारी किया।
समापन समारोह के दौरान केंद्रीय मंत्री मनसुख ने गोल्डन कार्ड बनाने में जम्मू.कश्मीर द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। विशेष रूप से जम्मू.कश्मीर ने अब तक गोल्डन कार्ड बनाने के मामले में 90 प्रतिशत लाभार्थी परिवारों को कवर किया है। गोल्डन कार्ड बनाने में जम्मू.कश्मीर द्वारा अपनाई गई नवीन प्रथाओं के परिणामस्वरूप लाभार्थियों द्वारा सेवाओं का बेहतर उपयोग किया गया है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए घर-घर जाकर कार्ड बनाने का अभियान भी चलाया गया।
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