जम्मू-कश्मीर प्रशासन का बड़ा फैसला, एनएचएम में सभी अटैचमेंट रद, कर्मचारियों को मूल स्थान पर ज्वाइन करने के निर्देश
नेशनल हेल्थ मिशन के निदेशक बसीर-उल-हक ने सभी कर्मचारियों की अटैचमेंट रद्द कर दी है। सभी कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से अपने मूल नियुक्ति स्थान पर ज्वाइन करने का आदेश दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों का तबादला या अटैचमेंट का कोई प्रावधान नहीं है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के मिशन निदेशक बसीर-उल-हक ने सभी कर्मचारियों की अटैचमेंट रद कर दी है। सभी कर्मचारियों को अपनी नियुक्ति के मूल स्थान पर ज्वाइन करने के लिए कहा गया है।
मिशन निदेशक द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यह देखने में आया है कि विभिन्न स्वस्थ्य संस्थानों में नियुक्त नेशनल हेल्थ मिशन के कर्मचारियों को मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी व ब्लाक चिकित्सा अधिकारियों के कार्यालय में अटैच किया गया है।
लेकिन केंzदीय स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निर्देशों के अनुसार नेशनल हेल्थ मिशन के तहत कांट्रेक्ट पर नियुक्त कर्मचारियों का तबादला करने या फिर उन्हें अटैच करने का कोई भी प्रावधान नहीं है।किसी विशेष कारणवश संबंधित अधिकारियों से मंजूरी बाद ही किसी को अटैच किया जा सकता है।
आदेश में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर में बारिश व बाढ़ के बाद की स्थिति को देखते हुए हुए लोगों के बेहतर स्वास्थ्य देखभाल के लिए यह जरूरी है कि सभी अटैच कर्मचारी अपनी नियुक्ति के मूल स्थान पर ज्वाइन करें।
मिशन निदेशक ने निर्देश दिए हैं कि मुख्य स्वास्थ्रू अधिकारियों, ब्लाक चहिकित्सा अधिकारियों, जोनल स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा बिना मंजूरी लिए की गई सभी अटैचमेंट को रद कर दिया गया है। सभी को तत्काल प्रभाव से अपनी नियुक्ति के मूल स्थान पर ज्वाइन करनेे को कहा गया है।
नेशनल हेल्थ मिशन के जिला लेखा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर कोई कर्मचारी अपने मूल स्थान पर ज्वाइन नहीं करता है तो उसका वेतन रोक दिया जाए।
आपको बता दें कि नेशनल हेलेथ मिशन ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य विभाग में भी मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी और ब्लक चिकित्सा अधिकारी अपनी सुविधा के लिहाज से बिना मंजूरी लिए कर्मचारियों को अटैच कर देते हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है।
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य कर्मियों की भारी कमी बनी हुई है। कुछ महीने पूर्व संसंद में पेश हुई एक रिपोर्ट में यह स्पष्ट रूप से कहा गया था कि जम्मू-कश्मीर के प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों और स्वास्थ्य केंद्रों में स्टाफ की भारी कमी बनी हुई है।
यह भी बता दें किं नेशनल हेल्थ मिशन का मुख्य लक्ष्य भी ग्रामीण क्षेत्रों में स्टाफ और सुविधाओं की कमी को पूरा करना था लेकिन प्रभावशाली कर्मचारी अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में नौकरी करने को प्राथमिकता नहीं देते हैं। स्वास्थ्य विभाग में भी ऐसे कई कर्मचारी हें जो कि नेताओं की सिफारिश पर अटैच हुए हैं।
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