Jammu AIIMS: PM मोदी ने आज किया उद्घाटन, इस दिन से आम लोग करवा पाएंगे OPD में इलाज; हर दिन दो से तीन हजार आएंगे मरीज
जम्मू के विजयपुर में बने एम्स (Jammu AIIMS) का लंबे इंतजार के बाद आखिरकार मंगलवार को पीएम मोदी ने उद्घाटन किया। लेकिन उद्घाटन के बाद भी आम लोगों को इलाज के लिए कुछ समय का अभी और इंतजार करना होगा। बता दें 750 बिस्तरों की क्षमता वाले एम्स को बनाने में 1661 करोड़ खर्च किए गए हैं। इसकी आधारशिला पीएम मोदी ने 2019 में रखी थी।

रोहित जंडियाल, जम्मू। जम्मू के विजयपुर में निर्मित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का लंबे इंतजार के बाद मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उद्घाटन किया। अभी मरीजों को अपनी जांच करवाने के लिए इंतजार करना होगा। एम्स में ओपीडी सेवाएं एक मार्च से शुरू होंगी। बुधवार से एम्स में ड्राई रन शुरू कर सुविधाओं की समीक्षा होगी। इसमें सेवाएं शुरू करने से पहले चिकित्सा तैयारियां जांची जाएंगी।
750 बिस्तरों की क्षमता वाले एम्स पर 1661 करोड़ रुपये खर्च
बता दें कि एम्स जम्मू का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन फरवरी 2019 को नींव पत्थर रखा। फरवरी 2020 में इसका भूमि पूजन हुआ। इसके निर्माण में पांच वर्ष का समय लगा। 226.84 एकड़ भूमि में फैले 750 बिस्तरों की क्षमता वाले एम्स पर 1661 करोड़ खर्च हुए हैं। इसमें तीस विभाग और बीस सुपर स्पेशयलिटी विभाग होंगे। इस परियोजना के शुरू होने का लंबे समय से लोग इंतजार कर रहे हैं।
ओपीडी सेवाएं पहले 20 फरवरी से होने वाली थी शुरू
पहले एम्स प्रशासन ने 18 फरवरी से ओपीडी सेवाएं शुरू करने की घोषणा की थी। बाद में प्रधानमंत्री का दौरा 20 फरवरी को तय होने के बाद यह उम्मीद जाहिर की जा रही थी कि ओपीडी सेवाएं 20 फरवरी से शुरू हो जाएंगी। मंगलवार को सिर्फ उद्घाटन ही होगा। एम्स जम्मू में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे चार बैच के 234 विद्यार्थी भी अब नए परिसर में ही पढ़ाई करेंगे।
अभी कक्षाएं मीरां साहिब में चल रही हैं। एम्स जम्मू के कार्यकारी निदेशक और सीईओ डा. शक्ति गुप्ता का कहना है कि ओपीडी सेवाएं एक मार्च से शुरू होगी। मंगलवार को उद्घाटन के बाद बुधवार से ड्राई रन शुरू होगा। एम्स के लिए चयनित डाक्टा व फैकल्टी सदस्य मंगलवार से ही एम्स के नए कांप्लेक्स में बैठना शुरू कर देंगे।
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इसके बाद ड्राई रन से एम्स में मुहैया करवाई जा रही सभी सुविधाओं की तैयारियों की समीक्षा भी होगी। इसका मकसद एक मार्च से शुरू होने वाली ओपीडी सेवाओं में किसी भी प्रकार की कोई भी कमी नहीं आने देना है। एम्स प्रशासन का कहना है कि ओपीडी सेवाएं शुरू करने के बाद इंडोर सेवाएं और आपातकालीन सेवाएं शुरू करने पर पूरा ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
हर दिन दो से तीन हजार मरीज
एम्स जम्मू में बेशक प्रारंभिक चरण में ओपीडी सेवाएं ही शुरू हो रही है लेकिन हर दिन यहां दो से तीन हजार मरीजों के जांच करवाने की उम्मीद है। इस समय सिर्फ राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू और सहायक अस्पतालों में ही औसतन हर दिन ढाई से तीन हजार मरीज जांच करवाने के लिए आते हैं। एम्स में ओपीडी सेवाएं शुरू होने के बाद जीएमसी जम्मू पर मरीजों का दबाव कम होगा।
एम्स जम्मू के कार्यकारी निदेशक डा. शक्ति गुप्ता भी यह उम्मीद जता चुके हैं कि एम्स के शुरू होने से जीएमसी जम्मू में जाने वाले मरीजों की संख्या कम होगी। उनका कहना है कि पड़ोसी राज्यों हिमाचल प्रदेश और पंजाब से भी मरीज जांच के लिए आ सकते हैं।
इन मरीजों को मिलेगी राहत
एम्स में इंडोर सेवाएं शुरू होने के बाद सबसे बड़ी राहत उन मरीजों को मिलेगी जिन्हें अभी तक आइसीयू में बिस्तर नहीं मिल पाते हैं। एम्स में आइसीयू के 191 बिस्तर रखे गए हैं ताकि मरीजों को राहत मिले। इस समय गंभीर रूप से बीमार मरीजों को जीएमसी जम्मू में ही भर्ती किया जाता है। इससे जीएमसी अस्पताल में मरीजों का दबाव कम होगा।
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