Altaf Shah Passes Away : गिलानी के दामाद फंतोष का निधन, तिहाड़ जेल में बंद शाह एम्स में थे भर्ती
अदालत के आदेश पर शाह को एक अक्टूबर को एम्स में स्थानांतरित करने का आदेश दिया गया था। इसी आदेश में अदालत ने उनके बेटे और बेटी को पिता के साथ प्रतिदिन एक घंटे रहने की अनुमति भी दी। शाह श्रीनगर के सौरा इलाके में रहते थे।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी के बड़े दामाद अल्ताफ शाह उर्फ फंतोश की आज तड़के दिल्ली स्थित एम्स में मृत्यु हो गई है। यह जानकारी उसकी बेटी रुवा शाह ने दी है। अल्ताफ शाह को हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी गुट के प्रमुख और प्रभावी नेताओं में गिना जाता था। कैंसर पीड़ित अल्ताफ शाह को एनआइए ने 25 जुलाई 2017 को टेरर फंडिग के सिलसिले में उनके सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया था।
एनआइए जांच में यह भी पता चला था कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की युवा इकाई के प्रधान वहीद परा ने भी उसे कथित तौर पर पांच करोड़ की राशि वादी में सिलसिलेवार हिंसक प्रदर्शनों के आयोजन के लिए दी थी। अल्ताफ शाह को बीते सप्ताह ही अदालत के हस्ताक्षेप के बाद एम्स दिल्ली में भर्ती कराया गया था। अल्ताफ शाह की दो बेटियां और एक बेटा है। उनकी बेटी ने बताया कि 66 वर्षीय शाह गुर्दे के कैंसर से पीड़ित थे और यह कैंसर शरीर के दूसरे हिस्सों में फैल गया था।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि कैंसर का पता लगने के बाद शाह को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह वहां वेंटिलेटर पर रहे। इस पर परिवार ने अदालत में अपील की कि अस्पताल में कैंसर के इलाज की व्यवस्था नहीं है। अदालत के आदेश पर शाह को एक अक्टूबर को एम्स में स्थानांतरित करने का आदेश दिया गया था। इसी आदेश में अदालत ने उनके बेटे और बेटी को पिता के साथ प्रतिदिन एक घंटे रहने की अनुमति भी दी। शाह श्रीनगर के सौरा इलाके में रहते थे।
अाज सुबह अल्ताफ शाह की बेटी रुवा शाह ने अपने ट्वीटर हैंडल से पिता की मौत की जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि “अबू (पिता) ने एम्स, नई दिल्ली में अंतिम सांस ली। एक कैदी के रूप में।
दरअसल दिल्ली की तिहाड़ जेल में कैद पिता अल्ताफ शाह को गुर्दे का कैंसर हैं, जब इस बात का पता उनके परिवार को चला तो उनकी बेटी रुवा शाह ने सरकार से अपील की थी कि वह उनके पिता को रिहा कर दें ताकि वह एक स्वतंत्र व्यक्ति के रूप में मर सकें।
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