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    Jammu Kashmir News: फरार गैंगस्टरों की संपत्ति जब्त करने के मिले निर्देश, बदमाशों पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई

    Updated: Thu, 16 May 2024 04:17 PM (IST)

    एडीजीपी जम्मू जोन आनंद जैन ने बुधवार को सांबा जिले में पुलिस के सीनियर अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था और सुरक्षा के लेकर एक बैठक की। जिसमें फैसला लिया गया कि फरार चल रहे गैंगस्टर की संपत्तियों पर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा सांबा जिले में ही अत्याधुनिक जेल जल्द बनेगी। अभी हाल में बने पुलिस थाने का भी जायजा लिया गया।

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    Jammu Kashmir Crime News: फरार गैंगस्टरों की संपत्ति जब्त करने के मिले निर्देश। फाइल फोटो

    संवाद सहयोगी, सांबा। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) जम्मू जोन आनंद जैन ने बुधवार को सांबा में पुलिस अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था, सुरक्षा और अपराध परिदृश्य की समीक्षा के लिए बैठक की। बैठक में गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई, एनडीपीएस मामले, संपत्ति से जुड़े अपराध आदि पर चर्चा की गई।

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    एडीजीपी आनंद जैन से पुलिस अधिकारियों को फरार गैंगस्टर की संपत्तियों को कानून के प्रावधानों के तहत कुर्क करने के निर्देश दिए। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सांबा में नवनिर्मित पुलिस थाने का भी जायजा लिया। एडीजीपी ने क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने में कुशल पुलिसिंग और सामुदायिक भागीदारी के महत्व पर जोर दिया। बैठक में एसएसपी विनय कुमार, एसपी सुरिंदर चौधरी, डीएसपी भीष्म दुबे उपस्थित रहे।

    वहीं दूसरी तरफ सांबा में जल्द ही अत्याधुनिक जिला जेल का निर्माण किया जाएगा। न्यायालय परिसर में हुई बैठक में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सांबा अदनान सईद ने अध्यक्षता की, बैठक में जिला विकास आयुक्त सांबा अभिषेक शर्मा, एसएसपी सांबा विनय कुमार, रेखा कपूर निश्चल सचिव डिस्ट्रिक लीगल सर्विस अथारिटी सांबा उपस्थित थे।

    वीरेंद्र कुमार अधीक्षक केंद्रीय जेल कोट भलवाल जम्मू, कौशल कुमार अधीक्षक जिला जेल कठुआ और हरीश कोटवाल अधीक्षक जिला जेल अंबफल जम्मू वर्चुअल मोड से बैठक में उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य जिला सांबा में नई जेल करने की आवश्यकता की जांच करना था क्योंकि जिला सांबा में कोई जेल नहीं है और सभी नवीनतम के साथ इसके लिए भूमि की पहचान और अधिग्रहण करना था।

    मॉडल जेल मैनुअल, 2016 के आदेश के अनुरूप कैदियों की आसानी के लिए मुलाकात के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वीडियो कान्फ्रेंसिंग और टेली-मेडिसिन सुविधाओं जैसी प्रौद्योगिकियों का उपयोग किया जाएगा।