सीमांत क्षेत्र में गिरे पाकिस्तानी गोले को तबाह कर रही सेना, इन इलाकों में नष्ट किए 100 से अधिक मोर्टार शेल
भारतीय सेना सीमांत क्षेत्रों में पाकिस्तानी तोपों द्वारा दागे गए बिना फटे गोलों को नष्ट करने का अभियान चला रही है। हाल ही में अखनूर के परगवाल में दस जिंदा गोले तबाह किए गए जिससे निवासियों को गोलाबारी की याद आई। सेना अब तक सौ से अधिक मोर्टार शेल नष्ट कर चुकी है और सीमांत निवासियों की सुरक्षा के लिए सतर्कता बरत रही है।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। सीमांत क्षेत्रों में पाकिस्तान की तोपों द्वारा दागे गए गोले तबाह करने के लिए भारतीय सेना का अभियान जारी है। सीमांत क्षेत्रों में दुश्मन के ऐसे कई गोले बिखरे पड़े हैं जो दागे जाने के बाद फटे नहीं थे। मंगलवार को सेना ने अखनूर के परगवाल में सीमा से सटे इलाकों में दस जिंदा गोले तबाह किए।
इन गोलों को तबाह करने के लिए हुए धमाकों ने सीमांत वासियों को पाकिस्तान की गोलाबारी की याद ताजा कर दी। अखनूर के परगवाल में अब तक भारतीय सेना के बम निरोधक दस्ता करीब 45 मोर्टार शेल तबाह कर चुका है। जम्मू जिले के अखनूर व पुंछ में पाकिस्तान की ओर से भारी गोलाबारी की गई थी। ऐसे में इन सीमांत क्षेत्रों को सुरक्षित बनाने के अभियान के तहत सेना की इंजीनियरिंग रेजीमेंट के जवानों ने अब तक सौ से अधिक मोर्टार शेल तबाह किए हैं।
बॉर्डर से सटे इलाकों की हो रही सेनेटाइजेशन
सेना व पुलिस सीमांत वासियों की सुरक्षा के लिए सीमा से सटे इलाकों की सेनेटाइजेशन कर रही है। दुश्मन की गोलाबारी के दौरान कई शेल सीमा से सटे इलाकों में खेतों में धंस जाने के कारण फटते नहीं हैं। बाद में ऐसे शेल ग्रामीणों, किसानों की जान के लिए खतरा बनते हैं। ऐसे गोलों को तलाश कर उन्हें तबाह किया जा रहा है।
सुरक्षाबलों ने सीमांत वासियों को कड़ी सतर्कता बरतने के लिए कहा है। परगवाल सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास पाकिस्तान द्वारा दागे गए 10 जिंदा गोले मिले। टाइगर डिवीजन के इंजीनियरों ने इन्हें निष्क्रिय किया। स्थानीय निवासियों ने अपने खेतों में बम देखने के बाद तुरंत स्थानीय पुलिस व सेना को इसके बारे में सूचित किया।
भारतीय सेना के टाइगर डिवीजन की इंजीनियर रेजीमेंट ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इलाके में तलाशी अभियान चलाया और खेतों में छिपे 10 जिंदा गोले बरामद किए। सेना के बम निरोधक दस्ते ने सुरक्षित तरीके से सभी गोलों को निष्क्रिय कर दिया।
इस दौरान धमाकों व धुआं उठता देख सीमांतवासी घबरा गए। उन्होंने उस समय राहत की सांस ली जब उन्हें पता चला कि ये धमाके भारतीय सेना के बम डिस्पोजल स्कवाड की कार्रवाई का नतीजा हैं।
पाकिस्तान की ओर से की गई थी गोलीबारी
हाल ही में पाकिस्तान की ओर से भारी सीमा पार से की गई गोलाबारी के दौरान ये गोले खेतों में गिरे थे। वे उस समय गोले नहीं फटे। ऐसे में खेतों में किसानों की जान के लिए खतरा हो सकता है। एक स्थानीय किसान ने बताया कि हम खेती फिर से शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन मिट्टी में और भी पाकिस्तानी गोले दबे होने का खतरा है। गोले तबाह करने के लिए सेना के अभियान से हमारी हिम्मत बढ़ी है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।