लद्दाख में मजबूत होगा भारत-तिब्बत सहयोग मंच, तीन सदस्यीय कमेटी गठित
भारत-तिब्बत सहयोग मंच लद्दाख में अपनी पकड़ मजबूत करेगा। इसके लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। जम्मू में हुई बैठक में कैलाश मानसरोवर को मुक्त कराने का संकल्प लिया गया। डॉ. विवेक शर्मा ने कहा कि चीन ने तिब्बतियों के अधिकारों का उल्लंघन किया है और भारतीयों को तिब्बत की आजादी के लिए सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कैलाश मानसरोवर यात्रा आसान होने की उम्मीद जताई।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। कैलाश मानसरोवर की मुक्ति का संकल्प लेने वाला भारत-तिब्बत सहयोग मंच लद्दाख में मजबूत होगा। मंच ने लद्दाख में अपनी पकड़ को मजबूत बनाने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी के गठन की घोषणा की।
यह फैसला भारत-तिब्बत सहयोग मंच जम्मू-कश्मीर व लद्दाख के प्रधान डॉ. विवेक शर्मा की अध्यक्षता में जम्मू में हुई ठक में लिया गया। बैठक में कैलाश मानसरोवर की मुक्ति का संकल्प भी लिया गया। गठित तीन सदस्यीय कमेटी के सदस्यों में दविंदर पाधा को मीडिया सचिव, नवांग थिनलस व फुंत्योग अंगचुक को संगठनात्मक कार्यों की देखरेख का जिम्मा दिया गया है।
इसी बीच बैठक में डा विशाल सिंह पठानिया को जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय के संगठनात्मक कार्यों की देखरेख की जिम्मेदारी दी गई। वहीं, डॉ. नितन शर्मा व डा रोहित सदोत्रा को जम्मू विश्वविद्यालय में मंच के संगठनात्मक कार्यों की देखरेख की जिम्मेदारी दी गई है। इसी बीच बैठक में कैलाश मानसरोवर को चीनी नियंत्रण से मुक्त कराने, तिब्बतियों के मुद्दे का समर्थन देने की प्रतिबद्धता दोहराई गई।
इस अवसर पर डॉ. विवेक शर्मा ने कहा कि चीन ने तिब्बतियों के क्षेत्रीय व धार्मिक अधिकारों का उल्लंघन किया है। सभी भारतीयों को तिब्बती लोगों की आजादी व संस्कृति के संरक्षण के अभियान में सहयोग देना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि एक दिन तिब्बत आजाद होगा व कैलाश मानसरोवर यात्रा आसान हो जाएगी।
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