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    Independence Day 2024: जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को पुनर्जीवित नहीं होने देंगे, स्वतंत्रता दिवस पर बोले एलजी मनोज सिन्हा

    Updated: Thu, 15 Aug 2024 08:54 PM (IST)

    Independence Day 2024 उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू के लोगों ने कभी भी आतंकवाद का समर्थन नहीं किया है। मैं जम्मू के लोगों से क्षेत्र से आतंकवाद को खत्म करने के लिए सुरक्षा बलों के साथ एकजुट रहने का आग्रह करता हूं। सुरक्षाबल जम्मू-कश्मीर की धरती से आतंकवाद और आतंकवादी नेटवर्क को खत्म करने के लिए दृढ़ हैं।

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    Jammu Kashmir news: आतंकवाद को लेकर जमकर गरजे एजली मनोज सिन्हा।

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने स्वतंत्रता दिवस पर कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन और सुरक्षाबल पड़ोसी देश को केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की अनुमति कभी नहीं देंगे। जम्मू के लोगों को क्षेत्र से आतंकवाद को खत्म करने में सुरक्षाबलों की मदद करनी चाहिए।

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    उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान विदेशी आतंकियों को जम्मू-कश्मीर में भेज रहा है। स्थानीय भर्ती में कमी और लोकतंत्र में लोगों के बढ़ते विश्वास से वह निराश है। श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में उपराज्यपाल ने कहा कि छले कुछ वर्षों में आतंकवाद में उल्लेखनीय गिरावट आई है।

    यहां किसी भी आतंकी संगठन का कोई शीर्ष कमांडर नहीं बचा है। हड़तालें और पत्थरबाजी इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह गई है। आतंकी समूहों में घटती स्थानीय भर्ती और लोकतंत्र में लोगों के विश्वास को मजबूत करने से हमारा पड़ोसी देश निराश है।

    'आतंकवाद से निपटने में सक्षम'

    उन्होंने कहा कि जो देश अपने ही नागरिकों को दो समय की रोटी जैसी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने में असमर्थ है, वह अस्थिरता पैदा करने और शांति भंग करने के लिए यहां विदेशी आतंकियों को भेज रहा है।

    उपराज्यपाल ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में जम्मू क्षेत्र में कुछ आतंकी हमले हुए हैं, जिनमें कई सुरक्षाकर्मियों और नागरिकों की जान चली गई। जम्मू क्षेत्र में हाल ही में कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुई हैं जिनमें हमने बहादुर अधिकारियों, सैनिकों और कुछ नागरिकों को भी खो दिया है।

    मैं उनके बलिदान को नमन करता हूं। हमें सुरक्षा बलों के साहस और देशभक्ति पर पूरा भरोसा है और उन्हें आतंकवाद से निपटने के लिए, पूरी स्वतंत्रता दी गई है।

    सुरक्षा बलों के साथ एकजुट रहने का आग्रह

    जम्मू के लोगों ने कभी भी आतंकवाद का समर्थन नहीं किया है और मैं जम्मू के लोगों से क्षेत्र से आतंकवाद को खत्म करने के लिए सुरक्षा बलों के साथ एकजुट रहने का आग्रह करता हूं। सुरक्षाबल जम्मू-कश्मीर की धरती से आतंकवाद और आतंकवादी नेटवर्क को खत्म करने के लिए दृढ़ हैं।

    एलजी ने की जम्मू-कश्मीर पुलिस की सराहना

    उपराज्यपाल ने कई वीरता पदक हासिल करने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि पुलिस पेशेवर तरीके से कई मोर्चों पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पिछले पांच वर्षों में यूटी को विकास में नई ऊंचाइयों को छूने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

    पिछले 70 वर्षों से अपने अधिकारों से वंचित बचे हुए वर्गों को उचित मान्यता दी गई। आज एससी, एसटी, ओबीसी, वाल्मिकी, पीओजेके, पूर्ण मतदान अधिकार के साथ सम्मानजनक जीवन जी रहे हैं।

    प्रदेश में  बढ़ी पर्यटकों की संख्या

    उन्होंने कहा कि मई 2023 में श्रीनगर में जी-20 बैठक के बाद प्रदेश में पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। पिछले साल 2.11 करोड़ पर्यटक जम्मू-कश्मीर आए। इस साल 30 जून तक 1 करोड़ से ज्यादा पर्यटक जम्मू-कश्मीर आए। मुझे उम्मीद है कि साल के अंत तक रिकार्ड पर्यटक आएंगे।

    अमरनाथ गुफा और गुरेज को पावर ग्रिड से जोड़ा गया

    उपराज्यपाल ने कहा कि पहली बार अमरनाथ गुफा मंदिर और गुरेज को पावर ग्रिड से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि साल के अंत तक जम्मू-कश्मीर औद्योगिक नीति का नवीनीकरण किया जाएगा। हमने भारत सरकार से नई औद्योगिक नीति को और अधिक उद्योग अनुकूल बनाने का अनुरोध किया है और नई नीति में और अधिक सुविधाएं जोड़ी जाएंगी।

    उन्होंने कहा कि 2019 में जेएंडके बैंक घाटे में था और अथक प्रयासों से आज यह संस्था यूटी की लाभ कमाने वाली संस्था है। उन्होंने कहा यह संस्था अब कुछ लोगों तक ही सीमित नहीं है बल्कि अब यह लोगों का बैंक है।

    परेड की सलामी ली

    उपराज्यपाल ने परेड का निरीक्षण किया और जम्मू-कश्मीर पुलिस, सुरक्षाबलों, स्कूली छात्रों के अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस और बीएसएफ के ब्रास और पाइप बैंड की टुकड़ियों के मार्च पास्ट की सलामी ली। उपराज्यपाल ने राष्ट्रगान गायन प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया और नकद पुरस्कार सौंपे।

    उन्होंने सर्वश्रेष्ठ मार्च पास्ट और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए टुकड़ियों और समूहों को सम्मानित किया। इससे पहले उपराज्यपाल ने श्रीनगर के बलिदान स्तंभ पर पुष्पांजलि अर्पित की और देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले मां भारती के बहादुरों को श्रद्धांजलि अर्पित की।