जम्मू तो है जान हमारी, सांसें हैं कश्मीर में...प्यारा जम्मू कश्मीर; लाखों दिलों की धड़कन बन चुका है यह गीत
गीत में जम्मू कश्मीर को लेकर देशवासियों की प्रेम की भावना की भी झलक मिलती है। मुंबई में रिकार्ड किए गए इस गीत को इंटरनेट मीडिया पर अभी तक लाखों लोग सुन चुके हैं। केवल यू-टयूब पर ही इस गीत को एक दिन में 32 हजार लोगों ने सुना।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : '...जम्मू तो है जान हमारी, सांसें हैं कश्मीर में' यह गीत इन दिनों लाखों दिलों की धड़कन बन चुका है। नई उम्मीदों के साथ आगे बढ़ रहे जम्मू कश्मीर की फिजाओं में यह गीत राष्ट्रीय एकता और अखंडता के साथ प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विरासत और विविधता की झलक पेश कर रहा है। इस गीत की खासियत यह है कि इसे जम्मू कश्मीर के शौर्य म्यूजिक बैंड के स्थानीय गायकों सरस भारती, रीमा देवी, सुहैब कांडू और राजेंद्र कलोत्रा ने देश के नामी गायकों सोनू निगम, जावेद अली, हर्षदीप कौर, पापोन, प्रतिभा सिंह बघेल के साथ मिलकर गाया है। इस गीत को बालीवुड अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा और सौरभ शुक्ला ने अपनी दमदार आवाज से जीवंत कर दिया है।
शौर्य बैंड को सेना के उत्तरी कमान मुख्यालय ने जम्मू कश्मीर की प्रतिभा को निखारने के लिए बनाया है। गत रविवार को सेना की उत्तरी कमान मुख्यालय में आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाइके जोशी ने गीत को लांच किया। गीत के लेखक रवि हैं और संगीत अब्बास ने दिया है। गीत में जम्मू कश्मीर को लेकर देशवासियों की प्रेम की भावना की भी झलक मिलती है। मुंबई में रिकार्ड किए गए इस गीत को इंटरनेट मीडिया पर अभी तक लाखों लोग सुन चुके हैं। केवल यू-टयूब पर ही इस गीत को एक दिन में 32 हजार लोगों ने सुना।
सिद्धार्थ मल्होत्रा की दमदार आवाज से शुरुआत : गीने की शुरुआत बालीवुड अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा की आवाज से होती है। सिद्धार्थ कहते हैं, '...पर्वत ने बाहें फैलाईं, हरियाली ने गीत सुनाया, कल-कल बहती नदियों से प्यारा यह पैगाम आया।' इसके बाद सोनू निगम अपनी मखमली आवाज में गीत को आगे बढ़ाते हैं '...सदियों का नाता है कुदरत की जागीर से, जम्मू तो है जान हमारी सांसें हैं कश्मीर से...प्यारा जम्मू-कश्मीर, अपना जम्मू-कश्मीर।'
जनरल जोरावर सिंह और महाराजा हरि सिंह की बहादुरी का भी जिक्र : गीत में कश्यप ऋषि की धरती जम्मू कश्मीर में श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा, माता वैष्णो देवी का दरबार, जम्मू का बावे वाला मंदिर, हजरत बल दरगाह, क्षीर भवानी, शारदा माता, डल झील के साथ कश्मीर की खूबसूरत वादियों को दर्शाया गया है। गीत में जनरल जोरावर सिंह और महाराजा हरि सिंह की बहादुरी का भी जिक्र है।
देशवासी जम्मू कश्मीर को बहुत प्यार करते हैं : शौर्य म्यूजिक बैंड की सदस्य व ऊधमपुर के रामनगर की गायिका सरस भारती ने कहा कि मैं बता नहीं सकती कि इस गीत के कंपोज होने से कितनी खुशी मिली है। जम्मू कश्मीर के हर पहलु को उजागर करने वाला यह हमारे बैंड का पहला गीत है। हमने सात दिन तक मुंबई में रहकर देश के बड़े गायकों के साथ यह गाना रिकार्ड किया। हम छह जनवरी को मुंबई गए थे। वहां पर अभिनव उपध्याय व अक्षय अस्रूथान की देखरेख में 13 फरवरी तक रिकार्डिंग चली। वहां जाकर हमे पता चला कि देश वासी जम्मू कश्मीर को कितना प्यार करते हैं। सोनू निगम, जावेद अली व अन्य गायक जम्मू कश्मीर को लेकर उत्सुकता भरे सवाल पूछते हैं। उन्हें सरहदों की रक्षा कर रही सेना पर गर्व है। इसलिए जम्मू कश्मीर को देश का मुकुट कहा जाता है।
सेना के आभारी : बैंड के सदस्य व किश्तवाड़ के निवासी सुहैव कांडू ने कहा कि मेरे लिए इस गीत में शामिल होना सपने से कम नहीं। वाकई यह गीत बदलते जम्मू कश्मीर की झलक पेश करता है। कांडू ने कहा कि इस गीत के पीछे कई लोगों की मेहनत है। वह सेना के भी आभारी हैं।
देश के 11 बड़े शहरों के साथ विदेश में भी प्रस्तुति देगा शौर्य बैंड : सेना ने जम्मू कश्मीर की प्रतिभा को निखारने के लिए शौर्य म्यूजिक बैंड बनाया। इस बैंड को तैयार करने में करीब एक साल चली प्रक्रिया के दौरान 10 हजार गायकों का आनलाइन आडीशन लिया गया। वर्ष 2021 में बैंड के 10 सदस्य चुने गए थे। बाद में उन्होंने कश्मीर के प्रसिद्व गायक सुखविन्द्र सिंह के साथ प्रस्तुति भी दी थी। अब यह बैंड इस गीत को देश के 11 बड़े शहरों में होने वाले कार्यक्रमों के अलावा विदेश में भी प्रस्तुति देगा।
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