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    Jammu Kashmir : प्राकृतिक आपदों की दृष्टि से संवेदनशील सभी जिलों में 200-200 आपदा मित्रों को किया जा रहा प्रशिक्षित

    By Rahul SharmaEdited By:
    Updated: Thu, 22 Sep 2022 08:31 AM (IST)

    इसे देश के 25 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के उन जिलों में लागू किया जा रहा है जो बाढ़ व अन्य प्राकृतिक आपदों की दृष्टि से संवेदनशील माने जाते हैं। प्रदेश में प्राकृतिक आपदों की दृष्टि से संवेदनशील सभी जिलों में 200-200 आपदा मित्र प्रशिक्षित किए जा रहे हैं।

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    प्रशिक्षिण कार्यक्रम 12 दिवसीय है। यह एक राष्ट्रीय योजना है।(File Photo)

    श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : प्राकृतिक आपदा हो या कोई अन्य संकट। फंसे लोगों की मदद के लिए आपदा मित्र तत्काल पहुंचेंगे। यह स्वयंसेवक हैं जिन्हें प्रदेश आपदा प्रतिक्रिया बल (स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) द्वारा बचाव एवं राहत कार्याें के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिला कठुआ और सांबा के आपदा मित्रों के पहले बैच का कोट भलवाल जम्मू और श्रीनगर में बारामुला के 50 आपदा मित्रों के पहले बैच का प्रशिक्षण शुरू हुआ है।

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    प्रशिक्षिण कार्यक्रम 12 दिवसीय है। यह एक राष्ट्रीय योजना है। इसे देश के 25 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के उन जिलों में लागू किया जा रहा है जो बाढ़ व अन्य प्राकृतिक आपदों की दृष्टि से संवेदनशील माने जाते हैं। प्रदेश में प्राकृतिक आपदों की दृष्टि से संवेदनशील सभी जिलों में 200-200 आपदा मित्र प्रशिक्षित किए जा रहे हैं।

    आपदा प्रबंधन, राहत एवं पुनर्वास विभाग के विशेष सचिव सूरज रकवाल कोट भलवाल स्थित होमगार्ड, सिविल डिफेंस परिसर में आपदा मित्र प्रशिक्षण सत्र के शुभारंभ के अवसर पर बताया कि विभिन्न जिलों में चयनित स्वयंसेवकों को राहत एवं बचाव कार्याें का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह आपदा मित्र अपने क्षेत्र में किसी भी आपदा के समय सबसे पहले पहुंचेंगे। एसडीआरएफ की द्वितीय बटालियन की कमांडेंट निशा नथियाल ने बताया कि प्रशिक्षण में सांबा और कठुआ के स्वयंसेवक शामिल हैं। 

    भूकंप, बाढ़,आग, हिमपात, भूस्खलन, बस दुर्घटना समेत विभिन्न प्रकार की आपदाओं में बचाव कार्य कैसे तेजी से लक्ष्य तक पहुंचाया जाए, ऐसी स्थिति में संवाद -सपंर्क कैसे बनाए रखा जाए यह प्रशिक्षण का हिस्सा रहेगा। यह प्रशिक्षण काफी सहायक साबित होगा। प्रशिक्षित युवा अपने-अपने इलाकों में जाकर लोगों को भी समय-समय पर प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए जागरूक करेंगे। इस तरह से आपदा आने पर समय रहते बचाव कार्य शुरू किया जा सकेगा। इससे कीमती जानें बचेंगी। एसडीआरएफ के श्रीनगर स्थित मुख्यालय में इस 12 दिवसीय कार्यशाला का उदघाटन आपदा प्रबंधन राहत एवं पुनवा्रस विभाग के सचिव नाजिम जिया खान ने किया। 

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