Rainfall in Jammu: बारिश में बढ़ा जलभराव का खतरा, शहर के अधिकतर इलाकों में यातायात प्रभावित
पिछले साेमवार को जलभराव के कारण शहर के निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को काफी नुकसान झेलना पड़ा था। त्रिकुटा नगर एक्सटेंशन सेक्टर 2ए 5ए अम्बेडकर नगर रूपनगर ऊधम सिंह नगर के अलावा शहर के गांधीनगर में भी लोगों को पहली बार नुकसान झेलना पड़ गया था।

जागरण संवाददाता, जम्मू : शहर में सुबह से जारी बारिश के चलते निचले क्षेत्रों में जलभराव का खतरा बढ़ने लगा है। हालांकि अभी तेज बारिश नहीं हुई है, बावजूद इसके शहर के कई निचले क्षेत्रों में सड़कों पर जलभराव होना शुरू हो गया है। इससे कई स्थानों पर यातायात प्रभावित हो गया है।
शहर में केनाल रोड में पवन आइसक्रीम से आरआरएल की ओर आने वाले मार्ग पर करीब तीन फुट पानी जमा होने से यहां वाहनों का जाम लगा हुआ हुआ है। ऐसे ही शहर के गांधीनगर मैन स्टाप चौक में भी नाली से पर्याप्त निकासी नहीं होने के कारण सड़क किनारे तालाब का रूप धारण कर चुके हैं। इतना ही नहीं डिग्याना और रानी तालाब में भी पानी जमा होने के कारण वाहनों की गति प्रभावित हो गई है। छोटे वाहनों का आना-प्रभावित हो रहा है।
सुबह करीब 11 बजे थोड़ी देर के लिए तेज हुई बारिश के बाद गांधीनगर चौक, ग्रीन बेल्ट पार्क चौक, पनामा चौक, खालसा चौक, तालाब तिल्लो चौक, राजेंद्र नगर, गंग्याल में भी काफी पानी जमा हुआ। तेज बारिश होने की सूरत में नालों के एक बार फिर ओवरफ्लो होने के खतरे को भांपते हुए निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोग सकते में हैं। उन्होंने घरों के बाहर लगी पाइपों को बंद करने के साथ जलभराव से बचने के प्रबंध करना शुरू किए हैं।
कोई घर में सामान को ऊंचा उठाने के लिए कमरे में बैंच, बेड लगाने की तैयारी करने में जुट गया है तो कुछ ने अपने फ्रिज व वाशिंग मशीन को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया। पिछले साेमवार को जलभराव के कारण शहर के निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को काफी नुकसान झेलना पड़ा था। त्रिकुटा नगर एक्सटेंशन सेक्टर 2ए, 5ए, अम्बेडकर नगर, रूपनगर, ऊधम सिंह नगर के अलावा शहर के गांधीनगर में भी लोगों को पहली बार नुकसान झेलना पड़ गया था। अब लोग घबराए हुए हैं।
अभी तक नहीं टूटे स्लैब: मेयर चंद्र मोहन गुप्ता व सांसद जुगल किशोर ने नानक नगर नाले के ऊपर पड़े स्लैब तोड़ने के निर्देश दिए थे ताकि दोबारा जलभराव के कारण लोगों को नुकसान न झेलना पड़े। अभी तक यहां स्लैब को तोड़ने का काम शुरू नहीं हुआ। न ही नाले के बीच श्रमिकों को लगाकर इसकी सफाई ही करवाई गई। अलबत्ता नाले के बीचोंबीच थोड़ी सी जगह तोड़ कर निगम ने स्थिति जानने की कोशिश जरूर की है। ऐसे ही नई बस्ती क्षेत्र में भी नाले पर बनी दुकान तोड़ने के बाद वहां नाले पर बनी स्लैब तोड़ने का काम अधूरा ही रह गया है।
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