e-Governance National Conference : 28 राज्य, 400 प्रतिनिधि देखेंगे जम्मू की समृद्ध संस्कृति की झलक
e Governance National Conference In Jammu तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए वीरवार को जम्मू कश्मीर आइटी विभाग की सचिव प्रेरणा पूरी विवि परिसर में प्रदेश प्रशासन व विवि स्टाफ के अधिकारियों से बैठक करेंगी। आइटी विभाग ने इस सम्मेलन के लाइव प्रसारण की भी तैयारी की है।

जम्मू, विवेक सिंह : उत्तर भारत में पहली बार होने जा रहे राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस सम्मेलन को यादगार बनाने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी चल रही है। दो दिवसीय यह सम्मेलन जम्मू के कटड़ा में श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय में होने जा रहा है, जिसमें जम्मू की स्मृद्ध संस्कृति की झलक दिखेगी।
सम्मेलन में भाग लेने आ रहे विभिन्न मंत्रालयों, विभागों, 28 राज्यों व आठ केंद्र शासित प्रदेशों के करीब 400 प्रतिनिधियों को जहां डोगरा व्यंजन, डोगरा लोक कला और संगीत से रूबरू कराया जाएगा, वहीं उन्हें विश्व प्रसिद्ध बसोहली के पशमीना शाल व कुछ गणमान्य लोगों को बसोहली पेंटिंग भी दी जाएंगी। इस सम्मेलन के माध्यम से पूरे देश में बदलते जम्मू कश्मीर का संदेश भी जाएगा। सम्मेलन में ई-गवर्नेंस को प्रभावी बनाने की दिशा में राष्ट्रीय, राज्य, जिला स्तर, शिक्षण, शौध क्षेत्र व सार्वजनिक उपक्रमों में हो रहे प्रयासों पर चर्चा होगी।
विश्वविद्यालय के साथ जम्मू एयरपोर्ट पर प्रतिनिधयों के स्वागत के लिए होर्डिंग लगा दिए गए। इसके साथ विवि परिसर में हीलियम का गुब्बारा और जर्मन हैंगर टेंट भी लगाए गए। वीरवार को विश्वविद्यालय में कला एवं संस्कृति अकादमी के करीब 100 कलाकर सम्मेलन के दौरान पेश किए जाने वाले कार्यक्रम का अभ्यास करेंगे। इसके साथ विश्वविद्यालय में स्वागत द्वार भी बनकर तैयार हो जाएगा। तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए वीरवार को जम्मू कश्मीर आइटी विभाग की सचिव प्रेरणा पूरी विवि परिसर में प्रदेश प्रशासन व विवि स्टाफ के अधिकारियों से बैठक करेंगी। आइटी विभाग ने इस सम्मेलन के लाइव प्रसारण की भी तैयारी की है। इसके साथ विवि परिसर में अति विशिष्ट लोगों के लिए तीन हेलीपैड़ भी तैयार हैं।
गुच्छी-पुलाव के साथ मदरा - का स्वाद लेंगे अतिथि : सम्मेलन में भाग लेने वालों को डोगरा व्यंजन गुच्छी पुलाव के साथ मदरा आदि का स्वाद लेने का अवसर मिलेगा। उन्हें जम्मू के पर्यटन स्थलों के साथ प्रदेश में विकास को तेजी देने के लिए केंद्र व जम्मू कश्मीर के प्रयासों के बारे में जानने को मिलेगा। विवि परिसर में 40 स्टाल लगाए जा रहे हैं। इनमें श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड का स्टाल भी शामिल होगा।
तीन दिन के लिए कटड़ा में 400 कमरे व 200 वाहन बुक : सम्मेलन से कटड़ा में होटल उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। तीन दिन के लिए कटड़ा के होटलों में 400 कमरे व 50 वीआइपी सुइट बुक किए गए हैं। इसके साथ तीन दिन के लिए 200 निजी वाहनों को भी बुक किया गया है। सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले प्रतिनिधि 25 नवंबर से कटड़ा पहुंचने लगेंगे। प्रतिनिधि अगर चाहें तो वे हेलीकाप्टर या केबल कार से श्री माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए भी जा सकते हैं। इसकी व्यवस्था श्राइन बोर्ड करेगा। सम्मेलन पर साढ़े तीन करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
यह बहुत बड़ी उपलब्धि : श्री माता वैष्णो देवी विवि के रजिस्ट्रार नागेन्द्र सिंह जम्वाल ने कहा कि यह बहुत बड़ी उपलब्धि है कि यह सम्मेलन कटड़ा में होने जा रहा है। इसे यादगार बनाने के लिए विवि प्रबंधन की ओर से हर संभव प्रबंध किए जा रहे हैं। प्रदेश प्रशासन के साथ तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
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