सादा वेश में जम्मू शहर की सड़कों पर उतरे आईजी ट्रैफिक, देखा शहर में जाम का हाल तो अधिकारियों की रात भर चली क्लास
जम्मू शहर में ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ने की शिकायतों के बाद, ट्रैफिक आईजीपी मोहम्मद सुलेमान चौधरी ने सादे कपड़ों में शहर का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने ...और पढ़ें

आईजीपी मोहम्मद सुलेमान चौधरी ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस का काम सिर्फ चालान भरना नहीं, बल्कि समस्या का समाधान करना है।
दिनेश महाजन, जम्मू। जम्मू शहर में बिगड़ती यातायात व्यवस्था को लेकर बढ़ती शिकायतों और आम लोगों की परेशानियों के बीच ट्रैफिक विंग के इंस्पेक्टर जनरल आफ पुलिस (आईजीपी) मोहम्मद सुलेमान चौधरी ने अचानक शहर का औचक निरीक्षण किया।
विशेष बात यह रही कि उन्होंने कोई सरकारी काफिला या पुलिस एस्कार्ट नहीं लिया, बल्कि एक निजी कार में सादा कपड़ों में शहर की सड़कों का हाल देखने निकल पड़े। पूरा दौरा आम नागरिक की तरह करते हुए आइजीपी कई स्थानों पर ट्रैफिक जाम में फंसे और उन्होंने अपनी आंखों से देखा कि किस तरह शहर की मुख्य सड़कें लंबे जाम से पस्त हैं तथा ट्रैफिक व्यवस्थाएं लगातार चरमरा रही हैं।
कई स्थानों पर तैनात पुलिसकर्मी नजर नहीं आए
आइजीपी ने छन्नी हिम्मत, नरवाल चौक, पनामा चौक, बिक्रम चौक, बख्शी नगर के अलावा शहर के कई भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों का दौरा किया। कहीं गलत पार्किंग, कहीं सड़कों पर अतिक्रमण और कई स्थानों पर तैनात पुलिसकर्मी नजर नहीं आने से जाम की स्थिति और गंभीर दिखाई दी।
रेंगती ट्रैफिक व्यवस्था ने आईजीपी को खासा नाखुश किया, जिसके बाद उन्होंने तत्काल ही अधिकारियों की बैठक बुलाने का निर्देश दिया। हैरान करने वाली बात यह भी कि आईजीपी को किसी भी पुलिस अधिकारी ने नहीं पहचाना।
इसके बाद रात नौ बजे से लेकर मध्यरात्रि 12 बजे तक आईजीपी मोहम्मद सुलेमान चौधरी ने ट्रैफिक अधिकारियों की लम्बी बैठक ली, जिसमें उन्होंने शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में प्रभावी सुधार के सख्त निर्देश जारी किए। बैठक में डीआईजी ट्रैफिक रेंज जम्मू डा. मोहम्मद हसीब मुगल, एसएसपी ट्रैफिक सिटी जम्मू अमित भसीन, अतिरिक्त एसपी अरविंदर सिंह कोटवाल, सभी डीएसपी और डीटीआई मौजूद रहे।
ट्रैफिक पुलिस का काम सिर्फ चालान भरना नहीं
इस दौरान आइजीपी ने सभी अधिकारियों को प्रमुख जाम बिंदुओं की तुरंत पहचान करने, उनकी गहन जांच कर जाम के मूल कारणों को समझने और समयबद्ध सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ट्रैफिक पुलिस का काम सिर्फ चालान भरना नहीं, बल्कि समस्या का समाधान करना है। हर बाटलनेक को फील्ड ऐक्शन और लगातार मानिटरिंग से दुरुस्त किया जाए।
उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि पीक आवर्स में ट्रैफिक पुलिस की जमीन पर दिखाई देने वाली उपस्थिति अनिवार्य है। डीएसपी और डीटीआई स्तर के अधिकारियों की नियमित और प्रभावी तैनाती से ही यातायात में अनुशासन और सुगमता लाई जा सकती है।
फिल्ड स्टाफ को दी चेतावनी
आइजीपी ट्रैफिक ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे उच्च यातायात दबाव वाले मार्गों का प्रतिदिन निरीक्षण करें, फील्ड सुपरविजन बढ़ाएं और हर संवेदनशील जंक्शन पर सक्रिय रूप से मौजूद रहें। इसके साथ ही उन्होंने प्रत्येक अधिकारी से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों की विस्तृत डी-कंजेशन योजना तैयार करें और स्पष्ट टाइमलाइन के साथ उसे अमल में लाएं। उन्होंने चेतावनी दी कि सुधार कार्यों में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई तय है।
आईजीपी चौधरी के इस औचक निरीक्षण और कठोर निर्देशों से ट्रैफिक पुलिस विंग में खलबली मची हुई है। शहरवासियों ने उम्मीद जताई है कि इस पहल से जम्मू शहर की जाम समस्या में जल्द राहत मिल सकेगी और यातायात व्यवस्था में ठोस सुधार देखने को मिलेगा।

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