Jammu: अमरनाथ के लिए 18 अगस्त को जम्मू से रवाना होगा श्रद्धालुओं का जत्था, सुरक्षा के किए गए पुख्ता इंतजाम
Jammu पुंछ में बाबा बुड्ढा (बूढ़ा) अमरनाथ की वार्षिक यात्रा के लिए 18 अगस्त को सुबह जम्मू से श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना होगा। 19 को सुबह श्रद्धालु बुड्ढा अमरनाथ के दर्शन करेंगे। वहीं पवित्र छड़ी 28 अगस्त को पुंछ से 22 किलोमीटर दूर बुड्ढा अमरनाथ मंदिर तक जाएगी। यात्रा के दौरान सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। ड्रोन व सीसीटीवी से यात्रा की निगरानी की जाएगी।
राजौरी, जागरण संवाददाता। पुंछ में बाबा बुड्ढा (बूढ़ा) अमरनाथ की वार्षिक यात्रा के लिए 18 अगस्त को सुबह जम्मू से श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना होगा। 19 को सुबह श्रद्धालु बुड्ढा अमरनाथ के दर्शन करेंगे। वहीं, पवित्र छड़ी 28 अगस्त को पुंछ से 22 किलोमीटर दूर बुड्ढा अमरनाथ मंदिर तक जाएगी।
सुरक्षा के हुए पुख्ता इंतजाम
इसमें देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु भाग लेने आते हैं। यात्रा के दौरान सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। ड्रोन व सीसीटीवी से यात्रा की निगरानी की जाएगी।
पुंछ की मंडी तहसील के राजपुरा गांव में पुल्सता नदी के किनारे भगवान शिव को समर्पित बाबा बुड्ढा अमरनाथ मंदिर जम्मू संभाग के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। वैसे तो पूरा वर्ष यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खुला रहाता है, लेकिन यात्रा के दौरान भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। यह यात्रा छड़ी मुबारक के आगमन के साथ संपन्न होती है।
जम्मू से लेकर पुंछ तक श्रद्धालु कड़े सुरक्षा में घिरे
जम्मू से लेकर पुंछ तक श्रद्धालु कड़े सुरक्षा घेरे में रहेंगे। यात्रियों के वाहनों के आगे और पीछे अर्धसैनिक बलों के वाहन होंगे। इसके अलावा पूरे मार्ग पर सेना व पुलिस के जवान तैनात रहेंगे। जम्मू से रवाना होने वाले जत्थे का सबसे पहले सुंदरबनी और उसके बाद राजौरी में स्वागत किया जाएगा। यात्रा देर शाम पुंछ के दशनामी अखाड़ा पहुंचेगी। वहां पर भी यात्रियों के भव्य स्वागत की तैयारी है।
श्रद्धालु वापसी पर रात्रि को सुंदरबनी में विश्राम करेंगे और 20 को शिवखोड़ी के दर्शन के बाद जम्मू के लिए रवाना हो जाएंगे। वहीं, यात्रा से पहले बुधवार को सुरक्षाबलों ने पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास लगभग एक दर्जन गांवों में एहतियातन तलाशी अभियान चलाया।
संबंधित अधिकारियों के अनुसार, यात्रा के दौरान आतंकी किसी नापाक हरकत को अंजाम न दे पाएं, इसलिए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। इसी के चलते लगातार तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं।