जीआर चितला ने नाबार्ड के अध्यक्ष का पदभार संभाला
केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किए जाने के बाद जीआर चितला ने बुधवार को नाबार्ड के अध्यक्ष का पदभार संभाल लिया। नाबार्ड के अध्यक्ष का पद संभालने से पूर्व वह बेंगलुरु स्थित नैबफिंस के प्रबंध संचालक थे।
जम्मू : केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किए जाने के बाद जीआर चितला ने बुधवार को नाबार्ड के अध्यक्ष का पदभार संभाल लिया। नाबार्ड के अध्यक्ष का पद संभालने से पूर्व वह बेंगलुरु स्थित नैबफिंस के प्रबंध संचालक थे। वह भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली से स्नातकोत्तर हैं। नाबार्ड में अधिकारी के रूप में उन्होंने नाबार्ड के प्रधान कार्यालय मुंबई और उसके हैदराबाद, लखनऊ, चंडीगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप, नई दिल्ली और बेंगलुरु स्थित क्षेत्रीय कार्यालयों में काम किया। चितला एग्री बिजनेस फाइनेंस लिमिटेड हैदराबाद के दो वर्ष तक उपाध्यक्ष और बैंकर ग्रामीण विकास संस्थान (बर्ड) लखनऊ के निदेशक भी रहे। चितला को अनेकों परामर्शी समनुदेशन भी सौंपे गए, जिसमें स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (एसजीएसवाई) का अनुसूचित जातियों जनजातियों की आकांक्षाओं की पूर्ति करने में प्रभावी उत्पादकता प्रमुख था। चितला ने नाबार्ड में काम के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप के जनजाति और गैर जनजाति के खोपरा, नारियल, उत्पादक कृषकों को उनके उत्पाद की लाभकारी कीमत सुनिश्चित करवाने के लिए वहां कृषक उत्पादक संगठनों का सफलतापूर्वक शुभारंभ करवाया।
चितला बीस से अधिक देशों बोलिविया, ब्राजील, केन्या, सेनेगल, इंडोनेशिया और संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, यूरोपियन देशों में अपने शोध पत्रों के प्रस्तुतीकरण और समनुदेसनों पर कार्य करने के लिए भ्रमण किया है। चितला के समृद्ध और विभिन्न क्षेत्रो के आधार स्तरीय अनुभवों से नाबार्ड की कृषि और ग्रामीण विकास के मुद्दों के प्रति प्रतिबद्धता के विशेष रूप से वर्तमान कोविड-19 महामारी की चुनौती और गहन होने की अपेक्षा है।
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