अनंतनाग में अनुसूचित जनजातियों के फर्जी प्रमाणपत्र बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, मामला दर्ज
आरोपित से पूछताछ जारी है। कुछ और साथियों को भी पकड़ा गया है। कई और लोग पकड़े जानें हैं इसलिए पहले पकड़े गए आरोपितों की पहचान को छिपाया गया है। आरोपितों ने बताया कि वर्ष 2014 की विनाशकारी बाढ़ में अनुसूचित जनजातीय आबादी से सकंधित दस्तावेज नष्ट हो गए थे।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो । अनंतनाग में जिला प्रशासन ने अनुसूचित जनजातियों के फर्जी प्रमाणपत्र बनाने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न लोगों ने जिले में फर्जी अनुसूचित जनजाति प्रमाणपत्र जारी करने की शिकायत की थी। इस तरह की ज्यादातर शिकायतें शांगस इलाके से प्राप्त हो रही थीं।
शिकायतों का संज्ञान लेते हुए जिला उपायुक्त डा. पीयूष सिंगला ने इस पूरे मामले की गुपचुप तरीके से जांच शुरू कराई। एक व्यक्ति ने अनुसूचित जनजाति का प्रमाणपत्र बनवाने के लिए एक व्यक्ति विशेष से संपर्क किया। यह व्यक्ति विशेष इस मामले में संदेह के घेरे में था। व्यक्ति विशेष ने जैसे ही फर्जी प्रमाणपत्र तैयार किया, राजस्व विभाग के अधिकारियों ने पुलिस दल के साथ मिलकर उक्त व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से कई दस्तावेज और जाली मुहरें मिली हैं।
अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गए आरोपित से पूछताछ जारी है। उसके कुछ और साथियों को भी पकड़ा गया है। कई और लोग पकड़े जानें हैं, इसलिए पहले पकड़े गए आरोपितों की पहचान को छिपाया गया है। आरोपितों ने बताया कि वर्ष 2014 की विनाशकारी बाढ़ में अनुसूचित जनजातीय आबादी से सकंधित दस्तावेज नष्ट हो गए थे। उसने कुछ लोगों के साथ मिलकर इसका फायदा उठाया और फर्जी प्रमाणपत्र जारी करने का एक रैकेट तैयार कर लिया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।