Jammu: गांधी नगर अप्सरा रोड पर मिलता है हर ब्रांड, यह बाजार वर्षो बाद भी शॉपिंग हब
अप्सरा रोड में कारोबार को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। इसके सौंदर्यीकरण को लेकर भी काम हो रहा है। गोल मार्केट में एंट्री गेट का निर्माण जारी है।
जम्मू। अगर आप ब्रांडेड कपड़े या जूते पहनना पसंद करते हैं तो गांधीनगर के अप्सरा रोड से बेहतर कोई जगह नहीं हो सकती। इतना ही नहीं अगर आपको किसी ब्रांड का कोई इलेक्ट्रानिक उत्पाद खरीदना है, मोबाइल खरीदना है या फिर शादी या अन्य किसी समारोह के लिए खरीदारी करनी है तो सबसे पहले अप्सरा रोड का नाम सामने आता है। जम्मू के पहले पॉश इलाके में बना यह बाजार वर्षो बाद भी शॉपिंग हब है। पिछले कुछ साल में बेशक जम्मू में खरीदार शापिंग मॉल की ओर मुड़े हों, लेकिन इस बाजार की चहल-पहल आज भी बरकरार है और लोग विशेष खरीदारी करने इसी बाजार में पहुंचते हैं।
एक समय यह बाजार केवल कपड़ों की खरीदारी के लिए जाना जाता था लेकिन आज इस बाजार में पूरे परिवार के ब्रांडेड-नॉन ब्रांडेड कपड़ों के अलावा जूते, एसेसरीज, इलेक्ट्रानिक शोरूम, चश्मे, एक्स-रे व खिलौनों की दुकानों के साथ शाङ्क्षपग करने पहुंचने वाले लोगों के लिए खाने-पीने का भी पूरा बंदोबस्त है। यहीं कारण है कि बड़े-बड़े शापिंग मॉल खुलने के बाद भी इस बाजार की रौनक बरकरार है।
इतिहास: वर्ष 1970 के आसपास जब जम्मू शहर का पहला विस्तारीकरण हुआ और तवी पुल के पार गांधी नगर इलाका बसना शुरू हुआ तो लोगों की रोजमर्रा जरूरतों को पूरा करने के लिए गांधी नगर गोल मार्केट से लास्ट मोड़ तक कुछ दुकानों का खुलना शुरू हुआ। वर्ष 1975 से 80 के बीच यहां पर कुछ टी-स्टाल, कपड़ों-जूतों व अन्य जरूरी सामान बेचने वाली किरयाना व जनरल स्टोर खुले तो नाम पड़ा अप्सरा रोड। जैसे-जैसे गांधी नगर व आसपास के इलाकों में लोग बसते गए, इस बाजार में दुकानों की संख्या बढ़ती गई और वर्ष 1990 तक यह शहर का एक पॉश इलाका बन चुका था। जम्मू शहर के जो बड़े शोरूम थे, उनमें से अधिकांश ने अप्सरा रोड पर अपनी शाखा खोल ली थी। जम्मू शहर में रघुनाथ बाजार में तमाम कंपनियों के शोरूम थे, फिर चाहे वो जूतों के हो, रेडीमेड कपड़ों के, इलेक्ट्रानिक्स या फिर खाने-पीने के ढाबे, इन सालों में सभी अप्सरा रोड पहुंच गए क्योंकि यहां पर रघुनाथ बाजार वाली ट्रैफिक समस्या नहीं थी और ग्राहकों के लिए यहां पहुंचना शहर जाने के मुकाबले आसान था।
समस्या : अप्सरा रोड का बाजार आज उसी समस्या का सामना कर रहा है जो एक समय में रघुनाथ बाजार कर रहा था। पुराने शहर में ट्रैफिक का दबाव बढऩे से धीरे-धीरे ग्राहकों ने रघुनाथ बाजार से रुख मोडऩा शुरू कर दिया था। इस कारण रघुनाथ बाजार में कारोबार भी प्रभावित हुआ, जिसे बचाने के लिए मौजूदा समय में भी जद्दोजहद जारी है। इसी तरह पिछले कुछ सालों में अप्सरा रोड पर भी ट्रैफिक का दबाव बढ़ा है और यहां हर समय लगने वाले ट्रैफिक जाम से बचने के लिए ग्राहक किनारा करना शुरू हो गए। इस समस्या से निपटने के लिए दुकानदारों ने प्रशासन के साथ मिलकर कुछ कदम भी उठाए। अप्सरा रोड पर पहले रेहड़ी जोन होता था जिसे हटा दिया गया। इससे भी ट्रैफिक जाम में कुछ राहत मिली। अब ट्रैफिक सुचारू रखने के लिए सड़क के बीचोबीच डिवाइडर बना दिए गए है। इससे क्षेत्र में ट्रैफिक जाम की समस्या कुछ कम हुई है।
समाधान: अप्सरा रोड में कारोबार को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। इसके सौंदर्यीकरण को लेकर भी काम हो रहा है। गोल मार्केट में एंट्री गेट का निर्माण जारी है। सड़क के बीचोबीच डिवाइडर पर लाइट लग चुकी है लेकिन जब तक सरकार इस बाजार को रेगुलेराइज नहीं करेगी, ट्रैफिक की समस्या से निजात नहीं मिलेगी। इतने सालों से हम मांग कर रहे हैं कि बाजार में अब जो दुकानें बन चुकी है, उन्हें रेगुलेराइज कर दो। मास्टर प्लान में लैंड यूज में परिवर्तन किया जाए। इससे ट्रैफिक समस्या भी कम होगी और कारोबार भी बढ़ेगा। जब दुकानें रेगुलेराइज्ड होंगी तो दुकानदार बेसमेंट में पार्किंग बना पाएंगे। यहीं सभी समस्याओं का समाधान है। - आशु गुप्ता, चेयरमैन अप्सरा रोड ट्रेडर्स एसोसिएशन