सड़क से बर्फ हटाती रही मशीन और पीछे गर्भवती महिलाओं को लेकर आगे बढ़ती रहीं गाड़ियां, बनिहाल में किया रेस्क्यू
शनिवार को रामबन जिले में काम कर रही बनिहाल वालंटियर्स सहित विभिन्न क्यूआरटी ने विभिन्न इलाकों में बर्फबारी के बीच फंसी चार गर्भवती महिलाओं को बनिहाल ...और पढ़ें

ऊधमपुर, जागरण संवाददाता : लगातार जारी बर्फबारी के कारण जमीन पर बर्फ की चादर जितनी मोटी होती जा रही है। आम लोगों के लिए उतनी ही ज्यादा मुशकिलें भी बढ़ रही हैं। इस मुश्किल की घड़ी में रामबन जिले में विभिन्न समाजसेवी संस्थाएं लोगों की मदद के लिए जी जान से जुटी हैं। शनिवार को रामबन जिले में काम कर रही बनिहाल वालंटियर्स सहित विभिन्न क्यूआरटी ने विभिन्न इलाकों में बर्फबारी के बीच फंसी चार गर्भवती महिलाओं को बनिहाल उपजिला अस्पताल बड़ी मुश्किल से पहुंचाया। आगे-आगे स्नो कटर मशीन बर्फ हटाती रही और पीछे-पीछे गर्भवती महिलाओं को लेकर गाड़ियां धीरे-धीरे बढ़ती रहीं।
प्रसव पीड़ा शुरू होने के बाद घरों से बनिहाल के मगरकोट, सलाड़ व डुलीगाम इलाके से चार गर्भवती महिलाओं को उनके परिजन लेकर उप जिला अस्पताल बनिहाल के लिए निकले। मगरकोट और सलाड़ निवासी गर्भवती महिलाएं व उनके परिजन चमलवास में फंस गए, जिसके बाद बनिहाल वालंटियर्स ने पुलिस की मदद से एंबुलेंस से दोनों महिलाओं को बनिहाल अस्पताल पहुंचाया। वहीं डुलीगाम से दो गर्भवती महिलाओं को लेकर उनके परिजन पैदल बनिहाल जाते समय रास्ते में फंस गए। क्यूआरटी और समाज सेवी संगठनों के सदस्यों ने पुलिस की मदद उनको भी शाम साढ़े पांच बजे बनिहाल उप जिला अस्पताल पहुंचा दिया।
इस बारे में एसएचओ बनिहाल नईम अहमद ने बताया एक महिला मगरकोट इलाके और दूसरी शेरबीबी के कलाड़ की रहने वाली थी। प्रसव पीड़ा शुरू होने पर दोनों के परिवार वाले उनको लेकर बनिहाल अस्पताल जा रहे थे। चमलवास में वह फंस गए। इसकी जानकारी मिलने पर वालंटियर्स मदद के लिए पहुंचे। उनके पास एंबुलेंस थी, मगर बर्फ काफी ज्यादा होने के कारण वह वहां तक नहीं पहुंच पा रही थी। सूचना मिलने पर पुलिस ने पहुंच कर बर्फ हटाने वाली मशीन की मदद के रास्ता बनाया, जिसके बाद दोनों महिलाओं को एंबुलेस से बनिहाल अस्पताल पहुंचाया गया। जबकि डुलीगाम की दोनों गर्भवती महिलाओं को लोग पैदल बनिहाल अस्पताल लेकर आ रहे थे।

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