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    फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री बोले- कश्मीर की सच्चाई को दुनिया के सामने लाएगी फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स'

    विवेक अग्निहोत्री ने दावा किया कि यह फिल्म ही नहीं यह एक ऐसी कहानी एक ऐसी दास्तां हैं जो स्वतंत्र भारत के इतिहास पर एक कलंक है। सत्य को कभी किसी ने दर्शाने की कोशिश ही नहीं की।फिल्म 2018 में बननी शुरू हुई और अब रिलीज होने को है।

    By Vikas AbrolEdited By: Updated: Sat, 05 Mar 2022 07:12 PM (IST)
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    बॉलीवुड मूवी द कश्मीर फाइल्स के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री जम्मू में पत्रकारों को संबोधित करते हुए।

    जम्मू, जागरण संवाददाता। कश्मीर नरसंहार और अपने ही देश में विस्थापित बने कश्मीरी पीड़ितों की सच्ची कहानी पर आधारित एक चौकाने वाली दिलचस्प और क्रूर हकीकत दर्शाती फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' की टीम के निर्माता, कलाकार विवेक अग्निहोत्री, दर्शन कुमार, पलवी जोशी, भाषा सुंबली, सौरव वर्मा आदि फिल्म के प्रचार के लिए इन दिनों जम्मू में हैं।

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    शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में विवेक अग्निहोत्री ने दावा किया कि यह फिल्म ही नहीं यह एक ऐसी कहानी एक ऐसी दास्तां हैं जो स्वतंत्र भारत के इतिहास पर एक कलंक है। जिसके सत्य को कभी किसी ने दर्शाने की कोशिश ही नहीं की। फिल्म 2018 में बननी शुरू हुई और अब बनकर रिलीज होने को है। शूटिंग और दूसरी चीजें तो छोटी चीज है। इस पर हुआ रिसर्च वर्क महत्वपूर्ण है। कश्मीर में जो नरसंहार हुआ था। उसके पीड़ितों से बातचीत कर उच्चाधिकारियों के साक्षात्कार रिकार्ड कर। इतिहासकारों से बातचीत।

    कश्मीर घाटी के युवा लड़के-लड़कियों के वीडियो साक्षात्कार रिकार्ड कर असली सच को तार में पिरोया गया है। इसे जब रिलीज करने का समय आया तो अमेरिका में फ्री कश्मीर की एक कंपेन चली थी। तब तय था कि फिल्म को अमेरिका में दर्शाना जरूरी है। फिल्म को वहां दर्शाया गया तो अमेरिकी संसद को बोलना पड़ा कि यह दुनिया की सबसे बड़ी मानवीय त्रास्दी है। अमेरिका में कभी कश्मीर का पूरा नक्शा नहीं दिखाया जाता। वहां रहने वाले भारतीय युवाओं ने भी कश्मीर का नक्शा नहीं देखा है। इस बार पहली बार फिल्म देखने के बाद टाइम्स स्कवेयर पर लोगों ने पैसे जमा कर वहां पर 26-27 जनवरी को पूरे नक्शे के साथ कश्मीर फाइल्स का बैनर लगाया गया।

    विवेक ने दावा किया कि फिल्म देखने के बाद लोग भावनात्मक तरीके से कश्मीर से जुड़ेंगी। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को फिल्म जम्मू में दिखाई गई तो लोग भावुक थे। उनके सामने उस समय की हकीकत सामने थी। फिल्म को लेकर कुछ लोगों के एतराज पर उन्होंने कहा कि कुछ तबका है, जो नहीं चाहता कि फिल्म दुनिया देखे। कश्मीरी की सच्चाई दुनिया तक पहुंचे। कश्मीर के नाम पर दुकानदारी करने वाले ऐसे लोग हैं। जिन्हें कश्मीर के बारे में कोई जमीनी जानकारी नहीं। वह चैनलों पर बैठकर घंटों चिल्लाते रहते हैं। जो लोग पीआइएल कर रहे हैं। उन्हें कश्मीर की कोई जानकारी नहीं है। जो कहते हैं कि फिल्म समाज को तोड़ने का काम कर रही है तो यह गलत है। फिर तो यासीन मलिक भी अपने आप को आधुनिक गांधी बताते हैं। वहीं लोग फिल्म को गलत बताने की कोशिश कर रहे हैं। जिन्होंने कश्मीरी पीड़ित समुदाय के साथ गलत किया है।

    पल्लवी जोशी ने फिल्म में अपनी भूमिका को लेकर कहा कि फिल्म देखने के बाद लोगों को लगेगा कि यह काम उनका सबसे चुनौतिपूर्ण कार्य था। यह फिल्म बनाना इतना आसान नहीं था। एक परिपक्वता के बाद ही ऐसा कार्य संभव हो सकता है। विवेक ने कहा कि फिल्म पर काम करने से पहले तक उन्हें भी कश्मीर की जमीनी हकीकत की कोई जानकारी तक नहीं थी। इसका सत्य समझने के बाद ही फिल्म बनाने का निर्णय लिया गया। अब जिन लोगों ने फिल्म देखी है। ट्रेलर देखकर दर्शक जबरदस्त रिएक्शन दे रहे हैं। लोग गलत लोगों को जस्टीफाई करने लगे हैं। ऐसा ठीक नहीं है। फिल्म को लेकर उन्होंने कहा कि कश्मीर में फैले आतंक और भयानक दहशत के अलावा फिल्म में काफी कुछ है। निर्माता विवेक अग्निहोत्री सभी कलाकारों ने कहा कि दर्शकों को फिल्म देखनी चाहिए।