बजट सत्र में भाग लेने की नहीं मिली मंजूरी, भूख हड़ताल करेंगे इंजीनियर रशीद; कश्मीर में भी गूंजेगा विरोध का स्वर
Jammu Kashmir News तिहाड़ जेल में बंद इंजीनियर राशिद संसद में भाग लेने की अनुमति नहीं मिलने के विरोध में भूख हड़ताल पर जाएंगे। उनके समर्थन में जम्मू-कश्मीर में भी पार्टी के नेता भूख हड़ताल करेंगे। एआईपी ने श्रीनगर विरोध प्रदर्शन के लिए स्थानीय अधिकारियों से अनुमति मांगी है। बता दें कि 31 जनवरी से संसद का बजट सत्र शुरू होगा।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। अवामी इतिहाद पार्टी के प्रमुख और उत्तरी कश्मीर के सांसद इंजीनियर रशीद जो वर्तमान में तिहाड़ जेल में बंद हैं, शुक्रवार से शुरू होने वाली संसद की कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति नहीं देने के विरोध में शुक्रवार से भूख हड़ताल पर जाएंगे।
पार्टी के उपाध्यक्ष एडवोकेट जीएन शाहीन ने श्रीनगर में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि हमें सूचित किया गया है कि रशीद कल से तिहाड़ जेल में भूख हड़ताल पर जा रहे हैं। इसलिए यहां जम्मू-कश्मीर में हमने भी अपने नेता के समर्थन में भूख हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।
संसदीय सत्र में भाग लेने की अनुमति देने का किया आग्रह
उन्होंने केंद्र सरकार से उन्हें 31 जनवरी से शुरू होने वाले आगामी संसदीय सत्र में भाग लेने की अनुमति देने का आग्रह किया है। उन्होंने इंजीनियर रशीद की लंबे समय तक जेल में रहने पर चिंता व्यक्त की और कहा कि उन्हें संसद में अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों का प्रतिनिधित्व करने के अधिकार से वंचित किया जा रहा है।
केंद्र सरकार की यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी है कि एक विधिवत निर्वाचित प्रतिनिधि अपने संसदीय कर्तव्यों का पालन करने में सक्षम हो। पार्टी ने घोषणा की है कि इंजीनियर रशीद के साथ एकजुटता दिखाते हुए एआईपी सदस्य और समर्थक श्रीनगर के प्रताप पार्क और दिल्ली के जंतर मंतर पर भूख हड़ताल भी शुरू करेंगे।
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जम्मू-कश्मीर में भी होगा प्रदर्शन
उन्होंने कहा कि पार्टी प्रवक्ता इनाम-उल-नबी जो पिछले तीन दिनों से दिल्ली में हैं, राष्ट्रीय राजधानी में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे जबकि जम्मू में भी प्रदर्शन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि एआईपी ने श्रीनगर विरोध प्रदर्शन के लिए स्थानीय अधिकारियों से अनुमति मांगी है और शाम तक मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
पार्टी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से हस्तक्षेप करने और इंजीनियर रशीद की रिहाई और संसद में भागीदारी सुनिश्चित करने की भी अपील की।
मतदाताओं ने इंजीनियर रशीद को स्पष्ट जनादेश दिया है। उनकी निरंतर हिरासत लोकतांत्रिक सिद्धांतों का उल्लंघन है। पार्टी ने कहा कि सभी कानूनी रास्ते अपनाए जा रहे हैं लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप आवश्यक है।
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