जम्मू-कश्मीर: ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उमर अब्दुल्ला से की पूछताछ
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से वीरवार को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की है। यह पूछताछ जम्मू-कश्मीर बैंक घोटाले से संबंधित मामले में दिल्ली में हुई है। सीबीआइ की एफआइआर के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम के तहत पूछताछ की

जम्मू, जागरण ब्यूरो। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से वीरवार को ईडी ने मनी लांड्रिंग मामले में पूछताछ की है। यह पूछताछ जम्मू-कश्मीर बैंक घोटाले से संबंधित मामले में दिल्ली में हुई है। इस मामले में जम्मू-कश्मीर बैंक के पूर्व चेयरमैन मुश्ताक अहमद शेख के खिलाफ सीबीआइ ने पहले ही मामला दर्ज कर रखा है। सीबीआइ की एफआइआर के आधार पर ही ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम के तहत पूछताछ की है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से करीब 12 वर्ष पहले जम्मू-कश्मीर बैंक द्वारा एक इमारत खरीदने के मामले में दिल्ली में पूछताछ की है। आज वीरवार सुबह नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला जांच एजेंसी के नई दिल्ली स्थित मुख्यालय पहुंचे, जहां उनका बयान दर्ज किया गया।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्होंने (ईडी) ने मुझ पर कुछ भी आरोप नहीं लगाया है। उन्होंने मुझे 12 वर्ष पुराने एक मामले की चल रही जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए बुलाया। जितना हो सकता था मैंने उन्हें जवाब दिया। अगर उन्हें मेरी जरूरत होगी तो मैं उनकी और मदद करुंगा।
इसी बीच नेशनल कांफ्रेंस ने ईडी द्वारा उमर अब्दुल्ला से पूछताछ की आलोचना करते हुए इसे पूर्व मुख्यमंत्री के प्रति दुराग्रहपूर्ण बताया है। नेकां ने केंद्र सरकार पर जांच एजेंसी के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया है। नेकां प्रवक्ता ने कहा कि वह भी एक समय था,जब यहां चुनावों का एलान चुनाव आयोग करता था,लेकिन अब ऐसा लगता है कि एलान भी ईडी ही करेगी। बीते कुछ वर्षाें के दौरान हमने देखा है कि जब भी प्रदेश में चुनावों का माहौन बनता है। भाजपा को चुनौती देने वाले दलों को ईडी निशाना बनाना शुरु कर देती है। नेकां के उपाध्यक्ष को भी इसी क्रम में ही पूछताछ के लिए बुलाया गया है। यह सिर्फ राजनीतिक दुराग्रह से प्रेरित है, लेकिन भाजपा अपने मकसद में कामयाब नहीं होगी। लोग उसे इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे।
ईडी ने उमर अब्दुल्ला को दिल्ली में अपने कार्यालय में हाजिर होने के लिए एक ऐसे मामले में कहा था,जिससे उनका कोई सरोकार नहीं था। पाक रमजान का महीना है और दिल्ली में उनका स्थायी निवास नहीं है, इसके बावजूद उमर अब्दुल्ला ने पूछताछ को स्थगित करने या पूछताछ का स्थान बदलने का कोई आग्रह नहीं किया है। वह पूछताछ के लिए दिल्ली गए। नेकां प्रवक्ता ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने जांच एजेंसियों के दुरुपयोग को अपनी आदत बना लिया है और उमर अब्दुल्ला से भी पूछताछ इसी दिशा में अगला कदम है। जिस भी राजनीतिक दल ने भाजपा को चुनौती दी है, उसे ईडी, एनआइए, सीबीआइ, एनसीबी समेत विभिन्न एजेंसियों के जरिए प्रताड़ित किया गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि पांच अगस्त 2018 से पहले ही केंद्र सरकार ने उमर अब्दुल्ला समेत नेकां नेतृत्व के खिलाफ एक दुष्प्रचार अभियान शुरु कर दिया था। हालांकि इडी की पूछताछ पूरी तरह से राजनीतिक कारणोंं से हो रही है,इसके बावजूद उमर अब्दुल्ला ने जांच एजेंसियों के साथपूरा सहयोग करेंगे,क्योंकि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है और वह संबंधित मामले में आरोपित भी नहीं हैं।

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