Updated: Wed, 24 Sep 2025 09:22 PM (IST)
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में भूकंप प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। प्रो. हर्ष के गुप्ता ने भूकंप सुरक्षा दिवस मनाने छात्रों को प्रशिक्षित करने और चेतावनी प्रणाली स्थापित करने जैसे सुझाव दिए। कश्मीर हिमालयन भूकंप बेल्ट में स्थित होने के कारण भूकंप प्रतिरोधी ढांचा विकसित करना महत्वपूर्ण है। यह पहल राज्य को भविष्य में भूकंप से बचाने में मदद करेगी।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार जम्मू-कश्मीर में भूकंप-प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के विकास के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रो. गुप्ता द्वारा दिए गए सुझावों को आपदा प्रबंधन और जन सुरक्षा की राज्य स्तरीय रणनीति में शामिल करने पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के पूर्व सदस्य एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के पूर्व सचिव प्रो. हर्ष के गुप्ता ने आज मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से उनके सार्वजनिक संपर्क कार्यालय (राविता आफिस) में मुलाकात की। इस दौरान जम्मू-कश्मीर में भूकंप रोधी ढांचे और आपदा तैयारी को मजबूत करने पर गहन चर्चा हुई।
प्रो. गुप्ता ने इस बात पर जोर दिया कि कश्मीर हिमालयन भूकंप बेल्ट में स्थित होने के कारण यह क्षेत्र अत्यधिक संवेदनशील है, और यहां भूकंप-प्रतिरोधी ढांचा विकसित करने की तत्काल आवश्यकता है। उन्होंने पूर्वोत्तर हिमालयी क्षेत्र में मध्यम अवधि के सफल भूकंप पूर्वानुमान का उदाहरण देते हुए कश्मीर में इसी तरह के अध्ययन करने की सिफारिश की।
उन्होंने आपदा तैयारी को मजबूत बनाने के लिए कई अहम सुझाव दिए, जिनमें भूकंप सुरक्षा दिवस का आयोजन, स्कूली छात्रों को भूकंप सुरक्षा का प्रशिक्षण, अतीत के प्रमुख भूकंपों पर आधारित तैयारी परिदृश्य बनाना, मेगा मॉक ड्रिल आयोजित करना,निर्माण कार्यों में भूकंप सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करना, हिमालयी क्षेत्र में भूकंप पूर्व चेतावनी प्रणाली की स्थापना शामिल था।
यह मुलाकात राज्य में आपदा प्रबंधन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है, जिससे जम्मू-कश्मीर को भविष्य की भूकंप जनित आपदाओं से सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी। बैठक में मुख्यमंत्री के सलाहकार नासिर असलम वानी और इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के वीसी प्रो. शकील अहमद रोमशू भी उपस्थित रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।