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    Doda Terror Attack: ज्यादा से ज्यादा जवानों को बनाना था टारगेट... डोडा में बड़ा जानी नुकसान करने की फिराक में थे आतंकी

    Doda Terror Attack डोडा के छत्तरगला में मंगलवार आधी रात को हुए हमले में पांच सैन्य कर्मी और एक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। हमले में संलिप्त आतंकियों की मार गिराने के लिए तलाशी अभियान जारी है। सुरक्षा के मद्देनजर भद्रवाह-चंबा मार्ग और भद्रवाह-बसोहली मार्ग पर यातायात बंद रखा गया। आशंका है कि आतंकी अभी जम्मू में आत्मघाती हमले का षड्यंत्र रच रहे हैं।

    By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Thu, 13 Jun 2024 03:15 PM (IST)
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    डोडा में बड़ा जानी नुकसान करने की फिराक में थे आतंकी

    बलवीर सिंह जम्वाल, किश्तवाड़। Doda Terror Attack: डोडा के भद्रवाह के छत्तरगला इलाके में मंगलवार रात पुलिस और सेना के पोस्टों पर हमलों के पीछे बड़ा षड्यंत्र रचा गया था।

    आतंकी दोनों पोस्टों को पूरी तरह तबाह कर बड़ा जानी नुकसान की फिराक में थे। उनका मकसद अधिक से अधिक जवानों को निशाना बनाना था लेकिन सुरक्षाबलों ने आतंकियों के मंसूबों को नाकाम कर दिया।

    पहले ही रैकी कर चुके थे आतंकी

    बताया जाता है कि रात 11:10 पर आतंकियों ने दोनों पोस्ट पर चार ग्रेनेड फेंके और 25 से 30 गोलियां चलाई। करीब डेढ़ घंटे से अधिक समय तक मुठभेड़ होती रही।

    सूत्रों के अनुसार आतंकी पहले से दोनों पोस्टों की रैकी कर चुके थे। उन्हें मालूम था कि दोनों पोस्टों पर जवानों की संख्या कम है। वे हमले के लिए मौके की तलाश में थे। दोनों पोस्ट का फसला लगभग 100 फीट की दूरी पर है।

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    पिछले डेढ़ महीने से बैठे थे छिपकर

    छत्तरगला हमले में शामिल आतंकी पिछले डेढ़ महीने से ज्यादा समय से छिपकर बैठे थे। सुरक्षा एजेंसियों ने भी पहले अलर्ट जारी कर रखा था। डीआइजी श्रीधर पाटिल ने बुधवार को पत्रकारों से कहा कि पुलिस को काफी समय से जिले में कुछ आतंकी छिपे होने की सूचनाएं मिल रही थी।

    कठुआ के हीरानगर में मंगलवार को जब आतंकियों से मुठभेड़ चल रही थी तो उसके बाद ही डोडा के भद्रवाह में आतंकियों ने हमला किया। ऐसी भी आशंका है कि कठुआ वाले आतंकियों को कहीं डोडा तो नहीं जाना था। छत्तरगला पुलिस पोस्ट तीन साल पहले स्थापित की गई थी। क्योंकि यह इलाका हिमाचल के साथ मिलता है।

    सेना ने अपने जवानों को वहां तब तैनात किया था जब बसंतगढ़ में आतंकी होने की खबर आई थी। वहीं से सिओजधार और अन्य इलाके मिलते हैं। छत्रगला सियोजधार का आखिरी कौना है। वहां से 10 किलोमीटर सिओजधार क्षेत्र है। उसके आगे यह इलाका गंदोह से मिलता जुलता है।

    हमले में ये हुए घायल

    घायलों में सिपाही पवार राम 4 आरआर, 2. सिपाही सचिन तिग्गा 4 आरआर, 3. नायक अभिमन्यु 4 आरआरस, 4. सिपाही सावर सचिन 4 आरआर, 5. सिपाही बिटू कुमार 4 आरआर, 6.एसपीओ अनिल कुमार शामिल थे।

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