भद्रवाह, संवाद सहयोगी। जम्मू-कश्मीर के डोडा की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। घरों में आई दरार ने लोगों को दहशत में डाल दिया है। डोडा के स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। एसडीएम ठाठरी अतहर अमीन जरगर ने राहत शिविर का दौरा किया। उन्होंने डोडा जिले के ठाठरी के वार्ड नंबर एक नई बस्ती में मकानों में दरार आने से प्रभावित हुए लोगों की समस्याएं सुनीं। उन्हें जिला उपायुक्त (डीसी) डोडा विशेष पाल महाजन ने प्रभावित लोगों की समस्याएं सुनने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
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कड़ाके की ठंड में ठिठुर रहे बच्चे
एसडीएम ठाठरी अतहर अमीन जरगर ने राहत शिविर का दौरा करके लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान राहत शिविर में अधिकांश महिलाएं थीं। उन्होंने एसडीएम को बताया कि सर्दी के चलते उनके छोटे-छोटे बच्चे बीमार हो रहे हैं, साथ में बिजली, पानी और शौचालय की काफी समस्या है।
डोडा में घरों में दरार आ जाने से आनन-फानन में कई परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा तो दिया गया है, लेकिन उनकी जरूरतों को पूरा नहीं किया जा सका है। बिजली, पानी से लेकर कड़ाके की ठंड में परिवारों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
एसडीएम ने आश्वासन दिया कि इस बारे में वह डीसी से विचार-विमर्श करेंगे। प्रभावित लोगों के सामने उन्होंने डीसी को फोन किया और डीसी ने तुरंत आदेश दिया कि सोमवार तक सभी समस्याओं को हल कर दिया जाए।
150 लोगों को छोड़ना पड़ा है अपना घर
ठाठरी की नई बस्ती में 19 मकानों व एक मस्जिद और मदरसे में दरार आने के बाद प्रशासन ने शुक्रवार को करीब 150 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया था। इस गांव में करीब 60 घर हैं और अभी प्रभावित 19 घरों से ही लोगों को निकाला गया है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के विशेषज्ञों की टीम ने शनिवार को डोडा जिला के ठाठरी में नई बस्ती गांव का दौरा कर 21 घरों व भवनों में आई दरारों का निरीक्षण किया था।
विशेषज्ञों ने प्रभावित क्षेत्र की निशानदेही की और मिट्टी के सैंपल भी लिए। वहीं, रामबन के सुजमतना इलाके में भी मकानों में दरारें आई हैं।