कर्मचारियों से अधिकारिक तौर पर सौंपे गए काम ही करवाएं, स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने कहा-अन्यथा होगी कार्रवाई
स्वास्थ्य सेवा निदेशालय कश्मीर ने सभी चिकित्सा अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि किसी भी कर्मचारी को उनके आधिकारिक कर्तव्यों से अलग काम न कराया जाए। निदेशक ने एक सर्कुलर जारी कर कहा कि कुछ कर्मचारियों को उनकी निर्धारित जिम्मेदारियों से अलग काम करने की अनुमति दी जा रही है जो अस्वीकार्य है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। स्वास्थ्य सेवा निदेशालय कश्मीर ने सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, चिकित्सा अधीक्षकों और ब्लाक चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे किसी भी कर्मचारी को उनके आधिकारिक तौर पर सौंपे गए कर्तव्यों से हट कर काम करने के लिए न कहें। उन्हें जो काम सौंपा है, उसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर दिखाएं।
शुक्रवार को स्वास्थ्य निदेशक कश्मीर ने एक सर्कुलर जारी कर कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि विभाग के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में कुछ कर्मचारियों को उनके निर्धारित कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से अलग काम करने की अनुमति दी जा रही है।
यह प्रथा अस्वीकार्य है और संस्थागत स्तर पर खराब प्रशासनिक निरीक्षण को दर्शाती है। उन्होंने सभी मुख्य स्वास्थ्य अधिकारियों व संबंधित अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिस कर्मचारी का जो पद है और उसे जो भी जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसी के अनुरूप काम करे।
अगर किसी अधिकारी को लगता है कि किसी कर्मचारी से उसके पद और पहले से तय जिम्मेदारियों के अतिरिक्त काम करवाना है तो उसके लिए बकायदा तौर पर अनुमति ले। अभी तक ऐसा न करने पर कई कर्मचारी अपने मूल काम से भटक रहे हैं।
सभी कर्मचारी जो भी विभाग में तैनात हैं, उनसे यह उम्मीद है कि उन्हें जो काम सौंपा गया है, उस पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके दें। बावजूद इसके अगर किसी भी कर्मचारी को बिना अनुमति के भटकाया जाएगा तोे उसे गंभीरता से लिया जाएगा।
अगर किसी को अवैध रूप से कहीं पर नियुक्त किया और उस कर्मचारी से कोई काम लिया तो न सिर्फ कर्मचारी के बल्कि उससे काम लेने वाले अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
आपको बता दें कि स्वास्थ्य निदेशालय कश्मीर के साथ-साथ स्वास्थ्य निदेशालय जम्मू में भी इस प्रकार के मामले देखने को मिलते हैं जहां पर कर्मचारियों से उनके पद से अलग काम लिया जाता है और उन्हें उनके मूल काम से भी भटकने के लिए विवश कर दिया जाता है।
इसका एक कारण कई पद खाली होना और अपने चहेतों को बढ़ावा देना भी है। इससे विभाग में कामकाज पर असर पड़ता है। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में स्वास्थ्य निदेशालय जम्मू भी इसी प्रकार का आदेश जारी कर सकता है।
स्वास्थ्य मंत्री सकीना इट्टू ने भी एक दिन पहले स्वास्थ्य कर्मचारियों की बिना किसी कारण अटैचमेंट करने को गंभीरता से लिया था। उन्होंने भी यह निर्देश जारी किए थे कि कर्मचारियों को उनके नियुक्त के मूल स्थान पर ही तैनात कर उनके पद के हिसाब से काम लिया जाए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।