सांबा में दिल्ली पुलिस आनलाइन पेपर मामले में कई सनसनीखेज खुलासे, योजनाबद्ध तरीके से दिया था अंजाम, जानिए पूरी डिटेल
जम्मू-कश्मीर के सांबा में दिल्ली पुलिस ऑनलाइन पेपर लीक मामले में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। जांच में पता चला है कि इस अपराध को योजनाबद्ध तरीके से अंज ...और पढ़ें

अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
निश्चंत सिंह संब्याल, सांबा। सांबा जिले के घगवाल में दिल्ली पुलिस आनलाइन पेपर मामले में कई सनसनीखेज खुलासे सामने आ रहे है। चोरों ने बड़े योजनाबद तरीके से इस काले काम को अंजाम दिया था ताकि किसी को शक न हो परन्तु एक कहावत है कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते है।
दिल्ली पुलिस के एक कर्मी ने इसका भंडाफोड़ करने में अहम भूमिका निभाई है। पुलिस कर्मी जैसे ही केंद्र के बाहर टहलने के लिए आया तो वह टहलते टहलते सड़क के पार चला गया जहां उसने कुछ लोगों को दुकान के अंदर धीमी आवाज में बाते करते सुन लिया जैसे ही उसने दरवाजा खटखटाया तो वह सभी मौके से भाग गए जिसके बाद उसका संदेह बढ़ गया और उसने इसकी सूचना घगवाल पुलिस को दी थी जिसके बाद कई बड़े बड़े खुलासे सामने आये है।
पानी की पाइप बताकर बिछाई गई केबल
चोरों ने स्थानीय युवक के मिलकर इस दुकान को बच्चों के लिए कैंटीन खोलने क नाम से किराए पर लिया। दुकान लेने के बाद उन्होंने कुछ देर के लिए सामान भी रखा फिर धीरे धीरे पानी की पाइप का बहाना बनाकर इन्होंने अपने काले कारनामे को अंजाम देने के लिए आगे की योजना बनानी शुरू कर दी।
20 अक्टूबर को इन्होंने दिन के समय खुदाई का काम शुरू कर दिया जिसे जिला विकास परिषद घगवाल के सदस्य सुरेश कुमार फल्ली से बंद करवा दिया था। 24 और 25 अक्टूबर की मध्य रात्रि को इन्होंने सड़क से खुदाई कर पाइप बिछा दी अगले दिन इन्होंने पाइप के बीच से केबल बिछा दी जिससे इन्होंने बच्चों को पेपर हल करके देने थे।
स्कूल की इमारत की चारदीवारी से सड़क नीचे है और पाइप को छिपाने के लिए एक ट्राली मिट्टी मंगवाई और उसके ढेर बनाकर लगा दिया ताकि किसी को पाइप न दिखाई दे और यह लोग अपना काम बड़ी आसानी से करते रहे।
आरोपितों की धरपकड़ के लिए जल्द भेजी जाएंगी टीमें
घगवाल पुलिस की टीमें जल्द ही दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा समेत अन्य बाहरी राज्यों में भेज दी जाएगी ताकि सभी आरोपितों की गिरफ्तारी की जाए। शुरुआती जांच में इस मामले के तार इन सभी राज्यों से जुड़े होने की बात सामने आ चुकी है। फिलहाल अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस ने टीमों का गठन कर लिया है जल्द ही टीमें बाहरी राज्यों में जाकर संबंधित पुलिस थानों से संपर्क कर उन्हें गिरफ्तार करके घगवाल थाना लाएंगी। गिरफ्तारी होने तक जांच में बढ़ोतरी करने में देरी हो सकती है।
कितने बच्चों की मदद हुई पता लगाया जा रहा
वहीं घगवाल पुलिस दिल्ली पुलिस के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए है उम्मीद है अगले एक दो दिनों के भीतर दिल्ली पुलिस के कुछ बड़े अधिकारी भी घटनास्थल का जायजा लेने के लिए आ सकते है। अधिकारी इस बात की पूरी जानकारी लेंगे जिसमें यह पता लगाया जाएगा कि इन लोगों ने कितने बच्चों की पेपर हल करने में मदद की है इसके बाद अधिकारी इन पेपरों को रद्द करने की भी सिफारिश कर सकते है। वहीं मामले जांच बढ़ने पर ही कंपनी को ब्लैक लिस्ट अथवा उसपर जुर्माना भी लगाया जा सकता है। फिलहाल केंद्र के बाहर पुलिस का कड़ा पहरा है और किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
स्थानीय युवक की भूमिका पर अधिक संदेह
दिल्ली पुलिस चालक ऑनलाइन पेपर मामले में स्थानीय युवक की भूमिका भी अहम रही है क्योंकि इस युवक ने ही दुकान किराए पर लेने के लिए दुकान मालिक से बात की थी और युवक एडुक्विटी नामक कंपनी का कर्मचारी भी था उसका पाइप डालने में भी अहम रोल दिखाई दे रहा है क्योंकि डीडीसी फल्ली के विरोध के बाद यह युवक अपने पिता एवं अन्य रिश्तेदारों को लेकर सिफारिश के लिए भी गया था। वहीं इस घटना के बाद युवक फरार चल रहा है और उसका फोन भी बंद आ रहा है। पुलिस भी लगातार इन सब की तलाश में जुट गई है।
खेत से सामने दिख रही पाइप पर नहीं गया किसी का शक
दुकान की पिछली तरफ खेत से पाइप सामने दिखाई दे रही है जिस पर से किसी को भी इस ओर ध्यान नहीं गया। करीब 25 से 30 फीट की पाइप जमीन से बाहर साफ दिखाई दे रही है और हैरान करने वाली बात यह है कि इसकी ओर किसी अधिकारी, पुलिस या खुफिया विभाग के अधिकारियों का ध्यान नहीं गया जिसने सुरक्षा के कई सवाल खड़े कर दिए है।

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