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    Corona Vaccine In J&K: पुंछ और रामबन भी सौ फीसद लक्ष्य की ओर बढ़े, पुंछ में 90.91%, रामबन में 90.64% ने ली पहली डोज

    Corona Vaccine In JK पुंछ जिले में 90.91 फीसद और रामबन में 90.64 फीसद लोगों ने पहली डोज ले ली है। इसी तरह जम्मू जिले में भी अब तक 88.63 फीसद कठुआ में 85.67 फीसद और डोडा जिले में 88.06 फीसद लोगों ने पहली डोज ली है।

    By Rahul SharmaEdited By: Updated: Wed, 22 Sep 2021 11:16 AM (IST)
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    कश्मीर संभाग में भी तेजी के साथ टीकाकरण हो रहा है।

    जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू-कश्मीर में कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान जारी है। सांबा के बाद पुंछ और रामबन जिलों में भी तेजी के साथ टीकाकरण हो रहार है। वहीं जम्मू में भी हर दिन हजारों की संख्या में लोगों का टीकाकरण जारी है। अभी तक कुल एक करोड़, दो लाख 69 हजार से अधिक लोग टीकाकरण करवा चुके हैं।

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    स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को 44,441 लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज ली जबकि 45,787 लोगों ने दूसरी डोज ली। सभी टीकाकरण केंद्रों पर डोज लेने के लिए लोगों की लंबी कतारें थी। 18 साल से अधिक आयु वर्ग में अभी तक कुल 78.30 फीसद लोगों का टीकाकरण हो चुका है।

    सांबा जिले में सौ फीसद लोगों ने पहली डोज ली है जबकि पुंछ जिले में 90.91 फीसद और रामबन में 90.64 फीसद लोगों ने पहली डोज ले ली है। इसी तरह जम्मू जिले में भी अब तक 88.63 फीसद, कठुआ में 85.67 फीसद और डोडा जिले में 88.06 फीसद लोगों ने पहली डोज ली है। कश्मीर संभाग में भी तेजी के साथ टीकाकरण हो रहा है।

    कोविड डयूटी देने वालों को आर्थिक सहायता न देने पर स्वास्थ्य कर्मियों में असंतोष : जम्मू-कश्मीर मेडिकल इंप्लाइज फेडरेशन ने कोरोना के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों का हौंसला बढ़ाने के लिए उनके लिए घोषित आर्थिक लाभ अभी तक न देने पर असंतोष जताया है। उन्होंने कहा कि घोषणा के चार महीने के बाद भी अभी तक कोई भी लाभ न देना सरकार की मंशा पर ही सवाल उठाता है। फेडरेशन के प्रधान सुशील सूदन ने मंगलवार को एक पत्रकार वार्ता में कहा कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कोरोना के दौरान डयूटी के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की प्रशंसा करने के अलावा उन्हें लाभ देने की घोषणा की थी। इसका सभी स्वास्थ्य कर्मियों ने आभार जताया था। सरकार ने दस हजार रुपये डाक्टरों के लिए, सात हजार रुपये पैरामेडिकल स्टाफ और पांच हजार रुपये अन्य स्टाफ के लिए देने थे।

    यह घोषणा चार मई को की गई थी। लेकिन आज 21 सितंबर हो गई। सरकार ने कोई भी पैसा किसी भी स्वास्थ्य कर्मी को नहीं दिया। उन्होंने कहा कि कई कर्मचारियों की तो कोविड के दौरान मौत हो गई। सरकार अब जिस तरह से आर्थिक लाभ देने में देरी कर रही है, उससे सरकार और कर्मचारियों के बीच अविश्वास पैदा हो रहा है। उन्होंने कहा कि अभी भी स्वास्थ्य कर्मी कोविड में डयूटी दे रहे हें और आने वाले दिनों में भी किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।सूदन ने सरकार से मांग की कि वे चार मई को जारी अपने आदेश को गंभीरता के साथ लागू करें ताकि कर्मचारियों का हौंसला बुलंद हो सके। पत्रकार वार्ता में प्रफ्लुत सिंह, जरनैल सिंह, आरपी सिंह, कमलजीत साहनी, मोहम्मद नदीम, भारत भूषण भगत, धमेंद्र सिंह, पवन सिंह जम्वाल, संजय दूबे, सुभाष चौधरी, चौधरी असलम और तेजेंद्र सिंह शामिल हैं।