'BJP ने Operation Sindoor का राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की', अब इस कांग्रेस नेता ने उठाए सवाल
कांग्रेस नेता तारिक हमीद कर्रा ने भाजपा पर विदेश नीति की विफलता का आरोप लगाया और संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए विशेष पैकेज और पहलगाम में मारे गए लोगों को बलिदानी का दर्जा देने की भी मांग की। कर्रा ने भाजपा पर सशस्त्र बलों का राजनीतिक लाभ उठाने का आरोप लगाया और सीमावर्ती लोगों को मुआवजा देने की बात कही।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान तारिक हमीद कर्रा ने आरोप लगाया कि यह पहली बार हुआ है जब देश की विदेश नीति विफल रही है। भारत सरकार को यह बताना चाहिए कि क्या संघर्ष विराम में तीसरे देश की मध्यस्थता थी। क्या हालात थे कि संघर्ष विराम की घोषणा बाहर से हो रही थी। हमारी पार्टी व नेतृत्व ने राष्ट्र हित के लिए सरकार का पूरा समर्थन किया लेकिन कई सवाल है जिनका जवाब देश को दिया जाना है।
सरकार को इसके लिए संसद का विशेष सत्र व सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए। पार्टी मुख्यालय शहीदी चौक में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कर्रा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने ऑपरेशन सिंदूर का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश की, जो सशस्त्र बलों का है, न कि भाजपा का, और यह हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी का प्रतीक है।
भाजपा नेताओं के बयानों पर बोला हमला
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं की मानसिकता मध्य प्रदेश के भाजपा मंत्री विजय शाह और एमपी के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के अत्यधिक नफरत भरे बयानों में दिखाई देती है, जो सशस्त्र बलों का अपमान करते हैं, जो एक राष्ट्र के हैं, न कि एक राजनीतिक दल के।
उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों का सम्मान किया जाना चाहिए और उन्हें किसी एक राजनीतिक दल के साथ नहीं जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि 20 मई को सुबह 10:30 बजे शहीदी चौक जम्मू से इंदिरा चौक तक पार्टी द्वारा जय हिंद यात्रा निकाली जाएगी। यह सशस्त्र बलों की बहादुरी को सलाम करने के लिए आयोजित की जाएगी।
पहलगाम में मारे गए लोगों को बलिदानी का दर्जा देने की मांग
उन्होंने पहलगाम में मारे गए लोगों और पाकिस्तान की गोलीबारी में मारे गए नागरिकों सहित राष्ट्र के लिए शहीद हुए सभी लोगों को बलिदानी का दर्जा देने की मांग की। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इस सरकार ने अग्निवीरों को भी शहीद का दर्जा देने से इनकार कर दिया था।
उन्होंने कहा कि जो लोग राष्ट्र के लिए अपनी जान देते हैं, उन्हें बलिदानी का दर्जा दिया जाना चाहिए। पार्टी सरकार के समक्ष प्रशासनिक अधिकारी डॉ. आर के थापा को वीरता पुरस्कार देने की मांग उठाएगी।
कर्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री को सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए एक व्यापक विशेष पैकेज की घोषणा करनी चाहिए, जिसमें बड़े पैमाने पर बंकर, सामुदायिक बंकर और घनी आबादी वाले नगरों में शामिल हों, जो नए युग में लक्ष्य हैं।
उन्होंने कहा कि मौजूदा बंकरों, सुविधाओं, बुनियादी ढांचे आदि का ऑडिट किया जाना चाहिए और उन्हें अपग्रेड किया जाना चाहिए, क्योंकि उनमें से कुछ रहने योग्य नहीं हैं।
सीमावर्ती लोगों के लिए कर्रा ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार ने छम्ब के सीमावर्ती लोगों के लिए 60 करोड़ रुपये से अधिक के व्यापक पैकेज दिए थे, जिसमें 5 मरला प्लॉट शामिल थे। उन्होंने कहा कि एलओसी व सीमा के लिए भी इसी तरह की परियोजनाएं तैयार की जानी चाहिए।
पुंछ, राजौरी, जम्मू, सांबा सीमाओं के व्यापक दौरे का जिक्र करते हुए कर्रा ने कहा कि सीमावर्ती जिलों के लोगों को भारी नुकसान हुआ है और पुंछ में बीस से अधिक लोगों की जाने गई हैं।
प्रभावित लोगों को मुआवजा देने की मांग
कर्रा ने कहा कि कठुआ, सांबा, जम्मू, राजौरी और पुंछ से लेकर बारामुला, उड़ी, कुपवाड़ा तक एलओसी और सीमाओं के साथ-साथ लोगों को घरों, पशुओं के नुकसान और मानव क्षति या चोटों के मामले में नुकसान उठाना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि पुंछ सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र है, जहां हमने मंदिरों, गुरुद्वारों और मस्जिदों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि यह देखा गया है कि बंकरों को चुनिंदा आधार पर स्थापित किया गया है, जबकि शून्य रेखा के कुछ क्षेत्रों में बंकर और आश्रय नहीं हैं।
प्रभावित लोगों को तुरंत मुआवजा देने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और रहने योग्य नहीं हैं, उन्हें तुरंत अंतरिम राहत प्रदान की जानी चाहिए। पूरी मुआवजा राशि का व्यापक आकलन करके किया जाए
उन्होंने कहा कि विशेष केंद्रीय पैकेज में राहत और पुनर्वास और सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष भर्ती अभियान शामिल होना चाहिए। इसके अलावा, शिविरों में लोगों ने घुसपैठ और सीमा पार करने से लड़ने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में आत्मरक्षा के लिए हथियारों की मांग की।
पहलगाम नरसंहार को मानवता के खिलाफ अपराध और सबसे बर्बर बताते हुए उन्होंने कहा कि इसके बाद लोगों द्वारा प्रदर्शित मानवता और हिंदू-मुस्लिम एकता की भावना एक अच्छी बात थी। पूरे देश के लोगों ने आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ एकजुट होकर सरकार और बलों को पूरा समर्थन दिया।
बीजेपी के पूर्व विधायक की क्यों की प्रशंसा?
पुंछ में धार्मिक शिक्षक की हत्या का उल्लेख करते हुए उन्होंने भाजपा के पूर्व विधायक की प्रशंसा की, जिन्हें घायल को शिफ्ट करने के लिए सबसे पहले बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने खेद व्यक्त किया कि मीडिया के एक वर्ग ने बिना सत्यापित किए उन्हें आतंकवादी करार दिया और एक शहीद को आतंकवादी कहने में शर्म नहीं आई।
कर्रा ने कहा कि आज ही के दिन 1974 में राष्ट्र ने इंदिरा गांधी जी के नेतृत्व में देश में पहला परमाणु परीक्षण किया था, जिन्होंने 1971 के युद्ध में अमेरिका के निर्देश के खिलाफ खड़े होने का साहस दिखाया था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।