One Nation One Election पर बोली कांग्रेस, कहा- लोकसभा चुनाव से पहले प्रस्ताव लाना केंद्र का चुनावी हथकंडा
One Nation One Election को लेकर बिहार कांग्रेस ने कहा कि केंद्र की एक राष्ट्र एक चुनाव की अवधारणा 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले एक चुनावी नौटंकी है। कोई भी एक राष्ट्र एक चुनाव लागू नहीं कर सकता। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा कि पार्टी को प्रस्ताव के बारे में कुछ आपत्तियां हैं लेकिन वह पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा रिपोर्ट सौंपने के बाद ही प्रतिक्रिया देगी।
श्रीनगर, पीटीआई: कांग्रेस के बिहार से राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र की 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' (One Nation One Election) की अवधारणा 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले एक "चुनावी नौटंकी" है। कोई भी एक राष्ट्र, एक चुनाव लागू नहीं कर सकता। उन्होंने यह भी मांग की कि केंद्र जल्द से जल्द जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराएं।
जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराए केंद्र सरकार- अखिलेश प्रसाद
अखिलेश प्रसाद सिंह शिक्षा, महिला, बच्चे, युवा और खेल संबंधी संसदीय समिति का हिस्सा हैं, जो जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर है। उन्होंने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है और यहां लोगों की इच्छा के अनुसार सरकार बननी चाहिए। केंद्र सरकार को जम्मू-कश्मीर में तुरंत चुनाव कराना चाहिए। यहां का हर नागरिक लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार चाहता है।
एक साथ कैसे होगा लोकसभा और विधानसभा का चुनाव
अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति शासन लागू करके राज्य में शासन करना गलत है। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को शुक्रवार को 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' की व्यवहार्यता तलाशने के लिए एक समिति का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। समिति इस बात का पता लगाएगी कि देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कैसे कराए जा सकते हैं, जैसा कि 1967 तक होता था।
नेंका बोली- राष्ट्रपति की रिपोर्ट के बाद देगी प्रक्रिया
वहीं इस मुद्दे पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के राज्य प्रवक्ता इमरान नबी डार ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी को 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' प्रस्ताव के बारे में कुछ आपत्तियां हैं, लेकिन वह पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली नवगठित समिति द्वारा अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद ही विस्तृत प्रतिक्रिया देगी।
उन्होंने कहा कि इसमें कई चीजें हैं जिन पर हम प्रतिक्रिया देना चाहते हैं, लेकिन, अब तक कोविंद समिति को इस पर एक रिपोर्ट पेश करने का अधिकार दिया गया है। इसलिए कुछ समय तक इंतजार करना बेहतर होगा, लेकिन एक बार यह रिपोर्ट आ जाएगी, तो नेशनल कॉन्फ्रेंस अपनी विस्तृत प्रतिक्रिया देगी। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव नया नहीं है और पहले से ही चार समितियां हैं, जिन्होंने इसका अध्ययन किया है और अपनी रिपोर्ट सौंपी है।
इन मुद्दो को जानने के बाद दी जाएगी प्रतिक्रिया
डार ने कहा कि उन रिपोर्टों में क्या था, उनकी सिफारिशें क्या थीं और दूसरी समिति बनाने की क्या जरूरत थी, हमें उसके सामने आने का इंतजार करना चाहिए। इसके बाद ही हम प्रतिक्रिया देंगे।
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